Server क्या होता है? पूरी जानकरी | Server Kya Hai in Hindi?


जब आप इंटरनेट से किसी वेब ब्राउज़र पर कुछ सर्च करतें हैं तो कभी कभी Server Error और Server Response 404 जैसे मैसेज आपको दिखाई देता है. उसी तरह जब आप किसी Banking सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे होतें है तो सर्वर फेल मैसेज (Server Down) दिखाई देता है, क्या आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है?. 

जब भी किसी सर्वर पर Workload ज्यादा हो जाता है अर्थात उस सर्वर पर कई यूजर एक साथ request भेजते हैं तब सर्वर का error मैसेज आता है. जब आप कोई फॉर्म ऑनलाइन भर रहे होते हो तब ऐसे error कई बार आते हैं, ऐसा सर्वर पर एक साथ कई Request आने के वजह से होता है.

क्या आप जानना चाहतें हैं की Server क्या होता है? – Server Kya Hai और यह कैसे काम करता है? इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके सभी सवालों के जवाब आपको मिल जाएंगे. तो चलिए आसान तरीके से समझतें हैं की सर्वर क्या है? What is Server in Hindi.

सर्वर क्या है? – Server Kya Hai in Hindi

सर्वर (Server) एक कंप्यूटर होता है जो की इंटरनेट के जरिए अन्य computers को Data प्रदान करता है, कोई भी सर्वर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों फॉर्म में हो सकता है जो की अन्य Devices और Computer Programs को सेवा प्रदान करता है. इन कम्प्यूटर्स (servers) में High Performance होता है जो की अन्य Desktop Computers में नहीं होता है. 

अगर आसान भाषा में कहूं तो सर्वर एक कंप्यूटर ही है जो की इंटरनेट से connected रहता है और services प्रदान करता है, serve का अर्थ होता है सेवा प्रदान करना और server का अर्थ है सेवा प्रदान करने वाला. server ऐसे कंप्यूटर Programs होते हैं जो की Client के Request को प्रोसेस करके Response सेंड करते हैं. Web Server सर्वर का ही एक प्रकार है जो की Websites के Data को स्टोर करता है.

सर्वर मुख्यतः Client-Server Model पर काम करता है, Client का अर्थ होता है कोई यूजर जो की Web Browser का इस्तेमाल करता हो और Server का अर्थ होता है ऐसा Computer या हार्डवेयर जो की Client द्वारा भेजे गए Request को Process करके Client को Data (Response) प्रदान करता है.

  • Client : Client यूजर को कहा जाता है जो की किसी भी Web Browser की मदद से सर्वर को Request भेजता है.
  • Server (Host) : सर्वर ऐसा कंप्यूटर सिस्टम है जो की Client द्वारा भेजे गए Request को प्रोसेस करके Client (Web Browser) को Response भेजता है, सर्वर को Host भी कहा जाता है.

जब आप गूगल पर कोई भी Query सर्च करते हो तब वह Query गूगल के Server पर जाता है और आपके Query को Resolve करके Request भेजता है. अगर आप चाहें तो आप अपने कंप्यूटर को भी Server बना सकते हैं और एक Network से Connect करके Services प्रदान कर सकते हैं.

हालाँकि बड़ी बड़ी टेक कम्पनीज के सर्वर में काफी हाई performance और 24/7 का सपोर्ट होता है. आप यह जानकर हैरान हो जाओगे की गूगल के पास 9 लाख से भी अधिक Server हैं जिनकी संख्या आने वाले समय में भी बढ़ती रहेगी. 

सर्वर कैसे काम करता है? – How Server Works in Hindi

अभी तक तो आप यह समझ हो गए होंगे सर्वर क्या होता है, लेकिन आपको यह जानना भी जरुरी है की सर्वर कैसे काम करता है (Server Kaise Kaam Karta Hai). मान लो आपने Web Browser पर सर्च किया की सर्वर क्या है और आपके ब्राउज़र ने बहुत सारे Web Links को आपके स्क्रीन पर दिखाया, लेकिन ये सब कैसे हुआ और इतना जल्दी क्यों हुआ? चलिए जानते हैं.

1. जब आप अपने Web Browser पर URL (Universal Resource Locator) को टाइप करते हैं जैसे की onlinehinditech.in, उसके बाद आपका वेब ब्राउज़र उस URL को DNS Server (Domain Name System) के पास भेज देता है और DNS सर्वर उस URL का IP Address (Internet Protocol Address) Browser को देता है, जैसे की (127.23.00.12). 

2. DNS सर्वर IP Address को आपके Web Browser के पास भेजता है, जो की आपके URL में मौजूद सर्वर का Address होता है.

3. अब उसी IP Address पर Web Browser http Protocol द्वारा Connection बनाता है, http (Hyper Text Transfer Protocol) एक प्रोटोकॉल है जो की दो कम्प्यूटर्स को आपस में Web Files को Share करने में मदद करता. 

4. अब जब सर्वर और Web Browser के बीच कनेक्शन बन जाता है उसके बाद सर्वर URL में मौजूद website के Data को Web Browser के पास भेजता है और आपका Web Browser सर्वर द्वारा भेजे गए Websites के लिंक को आपके स्क्रीन पर दिखाता है.

5. अब आप किसी भी Website के लिंक पर क्लिक करके उसे Open कर सकते हो, आप जितनी बार वेब ब्राउज़र पर URL टाइप करते हो या फिर Website में Navigate करते हो आपका वेब ब्राउज़र उतनी बार Server को Request भेजता है और Server आपके Web Browser को Response भेजता है.

  • http : यह Client-Server Protocol होता है जो की इंटरनेट पर Websites के Data को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर ट्रांसफर करने के काम करता है.
  • URL (Universal Resource Locator) : यह Address होता है किसी भी Website का, इसे Web Address भी कहा जाता है.
  • Request : जब आप वेब ब्राउज़र पर कोई भी Query सर्च करते हैं, तब वेब ब्राउज़र उस Query को सर्वर तक भेजता है इसे ही Request कहा जाता है.
  • Response : जब Server वेब ब्राउज़र द्वारा भेजे गए Request के बदले में कोई Data ब्राउज़र को भेजता है तो उसे Response कहा जाता है.
  • DNS (Domain Name System) : किसी भी Domain के IP Address को DNS Server पर ही Store किया जाता है. हम इंसान Domain (onlinehinditech.in) नाम को याद रख सकते हैं लेकिन IP Address (127.22.00.12) को याद करना मुश्किल हो जाता है, इसलिए DNS का इस्तेमाल किया जाता है.

अभी तक तो आप यह समझ ही गए हो की सर्वर कैसे काम करता है, ऊपर बताए गए सभी steps Real Time में कुछ सेकंड में ही पूरा हो जाता है लेकिन ऐसा कैसे? दरअसल वेब ब्राउज़र और सर्वर के बीच जो भी Data ट्रांसफर होता है वह प्रकाश की गति (3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड )से Transfer होता है इसलिए ये सभी काम कुछ ही Second में हो जाते हैं. 

आपको यह तो समझ आ हो गया होगा की सर्वर के कंप्यूटर ही होता है, जो सर्वर बड़ी बड़ी कम्पनीज के पास होते हैं उनमे कीबोर्ड और माउस नहीं होते हैं वे सभी काफी बड़े Storage Disk होते हैं जिनमे कंप्यूटर Program मौजूद रहता है और Web Services Provide करता है.


सर्वर के प्रकार – Types of Server in Hindi

आप अभी तक तो यह समझ ही गए हो की server क्या होता है (What is Server in Hindi) और यह कैसे काम करता है, लेकिन आप को यह जानना भी जरुरी है की सर्वर कितने प्रकार के होते हैं? तो चलिए जानतें हैं Types of Server कितने हैं.

Web Server in Hindi 

इस प्रकार के सर्वर काफी ज्यादा पॉपुलर हैं इसका काम होता है Clients को Web Services प्रदान करना, जैसे की जब आप कोई ब्राउज़र पर किसी वेबसाइट या फिर किसी Social Media के बारे में सर्च करतें हैं तोआपके ब्राउज़र पर जो Response आता है वह Web Server द्वारा ही आता है.

Web Server in Hindi
Web Server

इसके नाम से ही पता चलता है की इस प्रकार के सर्वर मुख्य रूप से Websites के Data को स्टोर करते हैं और Client को Services प्रदान करते हैं.  ये कुछ Web servers के उदाहरण हैं Apache Web Server, Microsoft Internet Information Services Servers (IIS Server), और Nginx Server. 

FIle Server in Hindi 

फाइल सर्वर्स File को स्टोर करते हैं और Distribute करते हैं. बहुत सारे Clients या User फाइल सर्वर पर stored फाइल को एक दूसरे को शेयर कर सकते हैं. यहाँ पर डाटा Centrally स्टोर रहता है इसलिए किसी भी डाटा का Backup किया जा सकता है.

File Server in Hindi
File Server

File Servers के हार्डवेयर को इस तरह Designed किया जाता है ताकि भविष्य में सर्वर के Read और Write स्पीड को बढ़ाया जा सके, इससे सर्वर की Performance भी बढ़ जाती है.

Application Server

Clients के Applications को Application Server पर प्रोसेस किया जाता है, इसलिए Client को ऐसे किसी भी Tool की आवश्यकता नहीं पड़ती जिससे Application को प्रोसेस किया जाता है. User द्वारा शेयर किए गए Resource-intensive Applications को भी Application Server Run कर सकते है.

जब किसी भी Application की प्रोसेसिंग client के कंप्यूटर पर न होकर Application Server पर होता है तब Client कंप्यूटर को किसी भी सॉफ्टवेयर को Install और Maintain करने की आवश्यकता नहीं पड़ती. 

Print Server

Print Server Allow करता है Printing Functionality के Management और Distribution को, हर Work स्टेशन पर Printer को रखने से अच्छा सिर्फ एक Print Server अलग अलग Clients द्वारा भेजे जा रहे Printing Requests को हैंडल कर सकता है.

आज के समय में ऐसे भी Printer मौजूद हैं जिनके अंदर पहले से ही Print Server को Install कर दिया जाता है, इसलिए अलग से कंप्यूटर Based Print Server की आवश्यकता नहीं पड़ती. 

Mail Server in Hindi 

Mail Server का काम होता है यूजर द्वारा भेजे गए Mail को स्टोर करना और Clients के Request के हिसाब से Mail सेंड करना. Mail Server पर हर एक मशीन को सही  तरीके से Configure होना और हेमशा Network से कनेक्ट रहना जरुरी है. 

आप Mail सेंड करने के लिए जिस Gmail का इस्तेमाल करते हैं वह Mailserver पर ही काम करता है. सभी यूजर के Gmail Account का Information गूगल के Mail Server पर ही स्टोर रहता है.

DNS Server in Hindi 

DNS Server का काम होता है Client द्वारा सेंड किए गए Domain Name के IP Address को स्टोर करना और यूजर द्वारा Request के बाद Domain Name का IP Address यूजर को सेंड करना. DNS Server के पास कई करोड़ों Domain Name का IP Address मौजूद होता है.

जब आप ब्राउज़र पर onlinehinditech.in टाइप करते हो तब आपका ब्राउज़र यह Request DNS Server के पास भेज देता है और DNS Server Domain Name के IP Address को ब्राउज़र के पास भेजता है. कंप्यूटर इंसानी भाषा (onlinehinditech.in) नहीं समझता यही कंप्यूटर सिर्फ Binary भाषा (eg. 01101010) समझता है.

Database Server in Hindi 

आज के समय में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए Digital Data का Size भी बढ़ रहा है. इन सभी डाटा को जिन Servers पर स्टोर किया जाता है उसे Database Server कहा जाता है. Oracle, Sql, DB2, Informix etc. ये सभी Database Server के उदाहरण हैं.

कई बड़ी बड़ी टेक कम्पनीज अपने डाटा को स्टोर करने के लिए Database Server का इस्तेमाल करती हैं. कम्पनीज के सभी Customers का डाटा उनके Database Server में स्टोर रहता है. BankingSystem में डाटा को स्टोर करने के लिए DatabaseServer का ही इस्तेमाल किया जाता है.

Proxy Server in Hindi 

Porxy Server Client और Server के बीच में होता है और यह एक Intermediate की तरह काम करता है, जब Client कोई Request किसी सर्वर पर सेंड करता है तब उस Request को Proxy Server Handle करता है और दूसरे सर्वर को वही Request भेजता है और Response मिलने पर Client को सेंड कर देता है.

चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं, मान लो आप गूगल पर कुछ सर्च करते समय Proxy Server का इस्तेमाल कर रहे हो तो जब आप कोई भी Request Proxy Server को सेंड करोगे तो वह Proxy Server गूगल के Server से कनेक्ट हो जाएगा और उसी Request को गूगल प्रोसेस करके Proxy Server को देगा और Proxy Server आपको भेज देगा. 

आप ने जो उदाहरण देखा उसमे गूगल के सर्वर को यह नहीं पता लगेगा की असली में Request किसने भेजा था, क्यूंकि आपके ब्राउज़र और गूगल सर्वर के बीच में Proxy Server होता है जो की आपके Request को हैंडल करता है.

Virtual Server

virtual server उन सभी Services को एक साथ Provide कर सकता है जो services File Server, Mail Server, और Web Server Provide कराते हैं. File Server, Mail Server, और Web Server ये सभी अलग अलग Physical मशीन से बने होते हैं लेकिन Virtual Server पर ये सभी सुविधाएँ एक ही Physical मशीन पर रहता है.

Virtual Server में Hypervisor नामक एक Software होता है जो की सभी Services को Provide कराता है और एक सिंगल Physical Machine को Virtual Server में बदल देता है. 

Conclusion :

हमें आशा है की यह आर्टिकल पढ़ने के बाद Server से जुडी आपके कई सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे जैसे की Server क्या है (Server Kya Hai in Hindi), यह कहाँ इस्तेमाल किया जाता है. अगर Personaly कहूं तो आपको सर्वर के बारे में जानकारी होना काफी जरुरी है इससे आप साइबर अटैक जैसे सिस्टम को भी समझ सकते हो और अपने Computer सिस्टम को सुरक्षित रख सकते हो.

आप अपने विचार और सुझाव निचे कमेंट में लिखकर हम तक पहुंचा सकते हैं.

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