Last updated on October 23rd, 2022 at 12:14 pm
क्या आप भी अच्छी तरह से समझना चाहतें हैं की Computer प्रोग्रामिंग क्या है? (What is Programming in Hindi) तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें. आज के समय में Programming की डिमांड बढ़ रही है, ऐसा इसलिए क्यूंकि इसकी मदद से हम जो चाहें वह काम Computer या किसी मशीन से करा सकते हैं.
प्रोग्रामिंग एक Language होता है जिसका इस्तेमाल करके हम कम्प्यूटर से कोई भी Specific Task करा सकते हैं. जिस तरह हम इंसान एक दूसरे की बातों को समझने के लिए भाषा का इस्तेमाल करतें हैं जैसे की हिंदी या इंग्लिश उसी तरह हम Programming Language की सहायता से Intsruction के जरिये कंप्यूटर के Hardware से कोई भी Task करा सकतें हैं (Programming Kya Hai in Hindi).
कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है? | What is Programming in Hindi?
प्रोग्रामिंग (Programming) Language यूजर (Programmer) को Interact कराती है कंप्यूटर के Hardware से और यूजर प्रोग्रामिंग का इस्तेमाल करके कंप्यूटर को Instructions देकर कोई Specific Task को पूरा करा सकता है.
जिस तरह हम आपस में Communicate करने के लिए हिंदी या इंग्लिश Language का इस्तेमाल करते हैं उसी तरह हम कंप्यूटर से Interact करने के लिए Programming Language का इस्तेमाल करते हैं.
आपको यह तो मालूम हि होगा की कंप्यूटर सिर्फ एक ही Language को समझती है, और वह है Binary Language. Binary Language सिर्फ 0 और 1 के फॉर्म में ही रहता है, कंप्यूटर में जीरो (0) का मतलब होता है off और 1 का मतलब होता है on.
1 (ON) —–> Current in Transistors
0 (OFF) —–> No Current in Transistors

अगर हम चाहें तो कंप्यूटर से Binary Language का इस्तेमाल करके Interact हो सकते हैं लेकिन Binary Instructions (eg. 110100100100111) को याद रखना हमारे लिए काफी मुश्किल काम हो जाता है इसलिए हमने कंप्यूटर से Interact करने के लिए प्रोग्रामिंग Language का निर्माण किया.
किसी भी प्रोग्रामिंग Language को उनके Abstraction के अनुसार दो Category में बाटाँ जाता है.
- Low Level Language
- High Level Language

Low Level Language कंप्यूटर के Hardware से सबसे ज्यादा नज़दीक होता है इसलिए इसे Low Level Language कहा जाता है, और High Level Language कंप्यूटर के Hardware से interact नहीं करता है इसलिए इसे High Level Language कहा जाता है.
Low Level Language in Hindi
अब आप यह तो जान ही गए हो की जो Language कंप्यूटर हार्डवेयर के सबसे नज़दीक होता है या फिर जिस प्रोग्रामिंग Language से कंप्यूटर हार्डवेयर Interact होता है उसे Low Level Language कहा जाता है. ये दो प्रकार के होतें है।
- Machine Level Language
- Assembly Language
चलिए इन्हें विस्तार से समझतें हैं.
Machine Level Language
Machine Level Language ऐसा Language है जो की कंप्यूटर हार्डवेयर को Intsruction देने के लिए 0 और 1 (eg. Binary —> 0100100111) इस्तेमाल करता है यह सीधे कंप्यूटर के हार्डवेयर से Interact होता है.
कंप्यूटर सिर्फ 0 और 1 को ही समझ पाता है. लेकिन इस binary फॉर्मेट में कंप्यूटर को Instruction देना हम इंसानों के लिए काफी कठिन हो जाता है. इसलिए हम कंप्यूटर को Instruction देने के लिए High Level Language का इस्तेमाल करते हैं.
जब हम High Level Language में प्रोग्रामिंग करके कंप्यूटर को instruction देतें हैं तो कंप्यूटर High Level Language को नहीं समझ पाता इसलिए Compiler High Level Language को Machine Level Language (0’s और 1’s ) में convert कर देता है.
Assembly Language
अब चूँकि हम इंसानों को Machine Level Language में Instruction को लिखना काफी ज्यादा कठिन होता है इसलिए हमने Assembly Language का निर्माण किया. Assembly Language को इंग्लिश भाषा में लिखा जाता है जैसे की Add, Mov, Sub, Mul इत्यादि जो की हम इंसानों को समझने में और याद रखने में आसानी होता है.

Assembly Language का स्पीड Machine Level Language से थोड़ा धीमा होता है क्यूंकि यह Direct कंप्यूटर के हार्डवेयर से Interact नहीं करता है. लेकिन यह अन्य High Level Language के मुकाबले हार्डवेयर से Interact होता है. Assembly Language में लिखे हुए Program को Machine Level Language में convert करने के लिए Assembler का इस्तेमाल किया जाता है.
High Level Language in Hindi
इस Language का इस्तेमाल करके हम कंप्यूटर को Instruction देते हैं और उसी के अनुसार कंप्यूटर हमें Output दिखाता है. High Level Language सीधे कंप्यूटर हार्डवेयर से interact नहीं करता है, हम जो भी प्रोग्राम High Level Language में लिखते हैं उसे Machine Level Language में convert करने का काम Compiler करता है.

जब Compiler High Level Language को Machine Level Language में convert करता है तब आपके के द्वारा दिए गए Instruction को कंप्यूटर समझता है और उसी के हिसाब से Output देता है.
Python, C, C++, Java, Javascript इत्यादि ये सभी High Level Language हैं, इन्हीं का इस्तेमाल करके हम कंप्यूटर को Instruction देते है.
ये Language लिखने, पढ़ने, और याद करने में काफी आसान होते हैं, साथ में ही यह Machine पर dependent नहीं रहता है हम इसे किसी भी Machine पर Run कर सकते हैं, बस ऐसा Compiler होना जरुरी है जो की High Level Language को Machine Language में Convert कर सके.
Characteristics of Good programming Languages in Hindi
चलिए अब जान लेते हैं की किसी भी Programming Language में कौन सी विशेषताएं होना जरुरी है, प्रोग्रामिंग Language की विशेषता ही उसे सबसे ख़ास बनाती है.
- कोई भी अच्छी Programming Language पढ़ने में आसान होनी चाहिए, सीखने और इस्तेमाल करने में भी आसान होना चाहिए और किसी भी व्यक्ति को आसानी से समझ में आ जाना चाहिए.
- Portable Programming Language हमेशा सबका पसंदीदा होता है.
- किसी भी Programming Language में Abstraction का होना सबसे जरुरी है, किसी भी जटिल Structure को आसानी से Define करने की योग्यता होनी चाहिए.
- एक अच्छी Programming Language में Efficiency का होना जरुरी है जिससे इसे एक मशीन कोड में convert और Execute किया जा सके.
- किसी भी अच्छी Programming Language को Application Development Friendly होना चाहिए.
- Well Structured और Documented होना किसी भी अच्छे प्रोग्रामिंग Language की निसानी होती है.
- एक अच्छे Programming Language द्वारा जरुरत के Tools जैसे की Debugging Tool, Deveopment Tool, और Testing Tool उपलब्ध कराना जरुरी है.
- Integrated Development Environment (IDE) अच्छे Programming Language द्वारा उपलब्ध कराया जाना चाहिए.
- कोई भी Programming Language यूजर के लिए अच्छा तभी रहेगा जब उसका Syntax और Semantics Consistent हो.
Programming Languages के प्रकार | Types of Programming Languages in Hindi
जिस तरह हमारे पास अलग अलग Languages मौजूद है उसी तरह कंप्यूटर से Interact करने के लिए अलग अलग प्रकार के Programming Languges मौजूद हैं, तो चलिए जानतें हैं उनके बारे में.
1. Machine Level Language : यह कंप्यूटर हार्डवेयर के सबसे नज़दीक होता है और इस प्रकार के प्रोग्रामिंग Languages की Speed काफी ज्यादा होती है (0’s & 1’s).
2. Assembly Level Language : यह Machine Level Language के मुकाबले कंप्यूटर हार्डवेयर से थोड़ा दूर होता है (MOV, ADD, SUB, MULT, etc).
3. High Level Language : इसका पहुँच कंप्यूटर हार्डवेयर तक काफी काम होता है, इसे हम आसानी से समझ और लिख सकते हैं (Python, C, C++, Java etc).
4. System Language : इस तरह के प्रोग्रामिंग Language का इस्तेमाल मुख्यतः सिस्टम को बनाने के लिए किया जाता है जैसे की OperatingSystem और Game Engines (Nim, Rust, GO etc).
5. Scripting Langauge : ये प्रोग्रामिंग Language Runtime के समय ही Interpret होतें हैं और इनकी प्रोसेसिंग Power काफी ज्यादा होती है (Javascript, ASP, PHP etc).
6. Visual Language : इस प्रकार के Language द्वारा Image और Symbol के रूप में कंप्यूटर को Instruction दिया जाता है.
7. Doman Specific Language : इस प्रकार के Languages का निर्माण सिर्फ किसी Specific Domain के लिए ही किया जाता है.
8. Estoric Language : इस तरह के प्रोग्रामिंग Language का इस्तेमाल ज्यादा नहीं किया जाता है.
महत्वपूर्ण Programming Languages के बारे जानकारी | Programming Language in Hindi
वैसे तो इस समय कई हज़ारों Programming Language मौजूद हैं लेकिन इस आर्टिकल में आप सबसे महत्वपूर्ण और Popular प्रोग्रामिंग Language के बारे में जानेंगे.

- Python
- C
- C++
- Java
- Javascript
- PHP
- HTML (Hypertext Markup Language )
- SQL (Structures Query Language )
Python Programming Language in Hindi
Python एक Interpreted, Object Oriented, High Level Programming language है जो की सपोर्ट करता है Dynamic Semantics को. यह आज के समय में सबसे प्रसिद्ध प्रोग्रामिंग Languages मे से एक है. इसे Guido Van Russoum ने बनाया था, Python को Officially साल 1991 में Released किया गया था.
Python का इस्तेमाल कहाँ होता है?
- इसका इस्तेमाल Web Development के लिए किया जाता है, मुख्य रूप से Django और Flask (Python Framework) का इस्तेमाल Web Development (Server Side) के लिए किया जाता है.
- Python का उपयोग Software Development के लिए भी किया जाता है, आप इसकी सहायता से कम खर्चो में बहुत ही जल्दी Software बना सकते हो.
- इसका उपयोग Mathematics Operations को Perform करने के लिए और System Scripting के लिए भी किया जाता है.
- Google, Facebook, Instagram, YouTube, Quora, Netflix, Dropbox etc. ये सभी बड़ी टेक कम्पनीज अपने Software को Develop करने के लिए Python का इस्तेमाल करते हैं.
Python के Features क्या हैं?
- Easy To Use : इसकी सबसे ख़ास बात यह है की इसे कोई भी आसानी से कुछ ही दिनों में सीख सकता है. यह अन्य प्रोग्रामिंग Language के मुकाबले समझने और लिखने में काफी आसान है.
- Free और Open Source : दोस्तों यह Language Free है और Open Source भी अर्थात इसे कोई भी मुफ्त में Download करके इस्तेमाल कर सकता है.
- Object Oriented Language : यह एक Object Oriented Language है जो की किसी भी प्रोग्रामिंग Language को काफी Scalable बना देता है.
- Integrated Language : यह Integrated Language है अर्थात इसे अन्य किसी Language के साथ भी लिखा जा सकता है.
- Interpreted Language : Python एक Interpreted Language है अर्थात इसके code लाइन by लाइन execute होता है, इसलिए इसके sourcecode को compile करना जरुरी नहीं होता है.
Python की आवश्यकता क्यों है?
- आज के समय में यह Language सीखने में सबसे आसान है उसी के साथ इसका इस्तेमाल Artificial Intelligence सिस्टम को Develop करने के लिए भी किया जा सकता है इसलिए यह सीखना काफी जरुरीहै.
- python किसी भी complex problem को आसानी से solve कर सकता है और यह Google और NASA जैसी बड़ी टेक कम्पनीज और Organization भी Python का इस्तेमाल करती है.
- Machine Learning सिस्टम को बनाने के लिए यह सबसे उपयुक्त प्रोग्रामिंग Language है, आने वाले समय में Machine Learning काफी बूम पर होगा इसलिए python सीखना जरुरी है.
C Programming Language in Hindi
यह एक Machine Independent, Structured, और General Purpose प्रोग्रामिंग Languauge है इसका उपयोग अलग अलग प्रकार के Application को बनाने के लिए किया जाता है. इसका निर्माण साल 1972 में कंप्यूटर वैज्ञानिक Dennis Ritchie ने किया था.
C Languauge का इस्तेमाल कहाँ होता है ?
- इसका इस्तेमाल Database System, Graphics Packages, Operating System Development, Compilers, Assemblers, Network Drivers, और Interpreter जैसे systems को बनाने के लिए किया जाता है.
- C Languaugae अन्य प्रोग्रामिंग Language के मुकाबले कंप्यूटर हार्डवेयर के ज्यादा करीब होता है इसलिए इसका स्पीड सबसे अधिक है और इसका security अन्य Languauges के मुकाबले सबसे ज्यादा secure है.
- Windows, ios, Android और Linux Operating System को बनाने के लिए C Language का उपयोग किया जाता है.
C Language के Features क्या है?
- Procedural Language : यह एक Procedural language है अर्थात Predifined Instructions को Step-by-Step execute करता है.
- Fast & Efficient : यह Language अन्य Language के मुकाबले कंप्यूटर हार्डवेयर के सबसे करीब होता है इसलिए यह अन्य के मुकाबले सबसे Fast प्रोग्रामिंग Language है.
- Statically Typed : यह Language Statically Typed है अर्थात Variable का Type Compilation के समाय चेक किया जाता है न की Runtime पर, इसलिए इसे Statically Typed Languauge कहा जाता है.
C Language की आवश्यकता क्यों है?
- Operating System को डिज़ाइन करने के लिए सबसे ज्यादा Preference इसी प्रोग्रामिंग Language को दिया जाता है इसके High Security और Fast Speed की वजह से.
- Databases जैसे की Oracle, PostgreSQL, Mysql और MsSql Server को बनाने के लिए C Language का ही उपयोग सबसे अधिक किया जाता है.
- C Language के पास काफी अधिक Built in Libraries मौजूद है उसी के साथ ही यह Dynamic Memory Allocation प्रदान करता है.
C++ Programming Language in Hindi
C++ एक Cross Platform प्रोग्रामिंग Language है इसका इस्तेमाल High Performance Application को बनाने के लिए किया जाता है, यह C का Advance Version है.
इसका निर्माण साल 1979 से ही Bjarne Stroutsup द्वारा किया जा रहा था और 1998 में पूरा बन कर तैयार हो गया था. यह Langauge किसी भी Programmer को High Level Control देता है किसी भी System के Memory और Resources का.
C++ Langauge का इस्तेमाल कहाँ होता है?
- इसका इस्तेमाल मुख्यतः System Programming के लिए किया जाता है जैसे की Operating System और Drivers जो की कंप्यूटर के Hardware से Interact करती है.
- इस प्रोग्रामिंग Language का उपयोग Embedded Systems को बनाने के लिए भी किया जाता है जैसे की Robotics, Automobiles, और Aplliances.
- इसका इस्तेमाल Web Browser, Games, और Animation बनाने के लिए भी किया जाता है.
C++ Language के Features क्या है?
- Object Oriented : यह प्रोग्रामिंग Language एक Object Oriented Programming Language है जो की इसे काफी Popular बनाता है.
- Machine Independent : यह एक Machine Independent Langauge है इसका मतलब अगर आपने C ++ प्रोग्राम को Windows के लिए लिखा है तो आप उस प्रोग्राम को Linux या अन्य किसी Operating System पर भी Run कर सकते हो.
- Simple : अगर आपने पहले C Languauge को सीखा है तो आप के लिए C++ सीखना काफी आसान होगा.
- Compiler Based : यह प्रोग्रामिंग Langauge Compiler system पर काम करता है इसलिए अन्य प्रोग्रामिंग Language के मुकाबले काफी तेज़ होता है.
C++ Language की आवश्यकता क्यों है?
- इसका इस्तेमाल GUI Applications (Graphic User Interface) बनाने के लिए किया जाता है जैसे Adobe Photpshope और भी अन्य Applications.
- C++ का उपयोग Games को बनाने के लिए भी किया जाता है, 3D Games को C++ Lanaguage की मदद से आसानी से बनाया जा सकता है.
- Animation Software को बनांने के लिए C++ Langauge एक अच्छा ऑप्शन है. 3D Animation, Modeling Simulation और Rendering Software को बनाने के लिए C++ प्रोग्रामिंग Language का इस्तेमाल किया जाता है.
- इसका इस्तेमाल Web Browser को बनाने के लिए भी किया जाता है. Google Chrome, Internet Explorer, और Firefox जैसे वेब ब्राउज़र को बनाने के लिए C++ प्रोग्रामिंग का इस्तेमाल किया जाता है.
- Compilers को बनाने के लिए C++ Language का ही उपयोग किया जाता है. इसी के साथ ही इस Language का Community भी काफी बड़ा है.
Java Programming Language in Hindi
Java एक Object Oriented Programming Language है, इसका निर्माण साल 1995 में Sun Mircosystem नामक कंपनी द्वारा किया गया था. यह Write Once and Run Anywhere वाले कांसेप्ट पर काम करता है. आज के समय में Oracle कंपनी Java के मालिक है. आज के समय में 300 करोड़ से भी अधिक Devices Java पर ही Run हो रहे हैं.
Java Langauge का इस्तेमाल कहाँ होता है?
- Mobile Applications को बनाने के लिए मुख्य रूप Java प्रोग्रामिंग Language का ही इस्तेमाल किया जाता है. आप अपने Mobile में जितने भी एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं वो सभी Java से ही बने हुए हैं.
- Web Applications को बनाने के लिए भी Java का इस्तेमाल किया जाता है इसे के साथ ही आप Desktop Applications को बनाने के लिए भी Java का इस्तेमाल कर सकते हो.
- Java प्रोग्रामिंग Langauge का इस्तेमाल Web Servers को बनाने के लिए किया जाता है. Java का इस्तेमाल करके आप Game भी Develop कर सकते हो. Database Connections भी बनाने के लिए java Language का उपयोग किया जाता है.
Java Language के Features क्या है?
- Object Oriented : Java एक ObjectOriented प्रोग्रामिंग Language है और यह दुनिया के सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले प्रोग्रामिंग Languages में से एक है.
- Platform Independent : यह Platform Independent Language है अर्थात आप एक ही Java प्रोग्राम को अलग अलग OperatingSystem पर JVM (Java Virtual Machine) की सहायता से Run कर सकते हो.
- Simple : यह एक आसान Language है अगर आपको Object Oriented Programming के concept अच्छे से समझ में आते हैं तो आप Java को आसानी से Master कर सकते हो.
- Secure : यह एक Secure प्रोग्रामिंग Language है, Public Key Encryption का इस्तेमाल करके इसके Authentication System को बनाया जाता है.
- Multithreaded : Java Multithreading भी सपोर्ट करता है अर्थात ऐसे प्रोग्राम लिखे जा सकते हैं जो की एक साथ कई सारे Tasks को पूरा कर सकते हैं.
Java Language की आवश्यकता क्यों है?
- Java प्रोग्रामिंग Language लिखने में आसान है और इसे Run करना भी आसान है इसलिए कई Developers Application को बनाने के लिए Java का ही इस्तेमाल करते हैं.
- Java का इस्तेमाल करके ऐसा Application बनाया जा सकता है जिसे आप किसी भी अलग अलग सिस्टम पर चला सकते हो. किसी भी Network पर Java Applications को चलाया जाए सकता है.
- यह प्रोग्रामिंग language Open Source और Free है अर्थात आप Applications को बनाने के लिए Java का इस्तेमाल Free में कर सकते हो.
- यह काफी Secure, Fast, और Powerful प्रोग्रामिंग Language है.
Javascript Programming Language in Hindi
Javascript एक Scripting प्रोग्रामिंग Language है इसका इस्तेमाल Web Pages को Dynamic और More Attractive बनाने के लिए किया जाता है. साल 1995 में Brendon Eich ने javascript का निर्माण किया था.
Javascript Langauge का इस्तेमाल कहाँ होता है?
- Web Pages के Front End और Server के Backend दोनों कामों के लिए Javasciprt का इस्तेमाल किया जाता है.
- Web Pages मे Logic को Implement करने के लिए Javascript का इस्तेमाल किया जाता है. इसे के साथ ही Web Servers और Web Application को बनाने के लिए Javascript का इस्तेमाल किया जाता है.
- Web Pages में Show बटन और Hide बटन को बनाने के लिए Javascript का इस्तेमाल किया जाता है.
- Web Pages के अंदर Image Sliders का निर्माण Javascript के जरिये ही किया जाता है. Hamburger Dropdown Menu को भी javascript का इस्तेमाल करके बनाया जाता है.
- Websites पर Time Counter को बनाने के लिए भी Javascript का इस्तेमाल किया जाता है. इसी के साथ ही websites पर ऑडियो और वीडियो को Implement करने के लिए Javascript का इस्तेमाल किया जाता है.
Javascript Language के Features क्या है?
- Object Centerd Scripting Language : यह एक Scripting Language है, Javascript के अंदर Window Object का इस्तेमाल किया जाता है. Javascript Language वेबसाइट के सभी Logic को Control करता है.
- Client Edge Technology : Javascript किसी भी वेबसाइट के Backend मतलब server पर भी इस्तेमाल किया जाता है. जब user server पर डाटा अपलोड करता है तब उस डाटा को हैंडल करने का काम Javascript ही करता है, इसलिए इसे Client Edge Technology भी कहा जाता है (Client का अर्थ है Web Browser).
- Input Validation : websites पर users के इनपुट को Validate करने का काम भी javascript द्वारा ही किया जाता है. जब कोई User Validation Form को Fill करता है तब Client (Web Browser) यह कन्फर्म करता है की सभी Inputs Valid हैं या नहीं.
- Handling Events : Server पर हो रहे डाटा Updates को Javascript ही Handle करता है. जब कोई भी User वेबसाइट से Interact करता है और किसी ऑप्शन पर क्लिक करता हैं तब इसे Event कहा जाता है, ऐसे सभी Events को Handle करने का काम Javascript ही करता है.
Javascript Language की आवश्यकता क्यों है?
- Javascript एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके बिना वेबसाइट को Attractive, Dynamic, और Functional बनाना possible ही नहीं है. यह दुनिया की टॉप 5 सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले Programming Languages में से एक है.
- यह Client side अपर काम करता है और Server side भी इसका इस्तेमाल किया जाता है, अभी तक (2021) यह दुनिया की एक मात्र ऐसी Programming Langauge है जो की Client Side और Server Side दोनों पर ही काम करता है.
- Javascript में Front End और Back End दोनों के लिए ही बहुत सारे Library हैं जो की वेबसाइट के Function को बहुत ज्यादा बढ़ा देता है. ReactJS और Angular ये दोनों Javscript की popular Front End Library है.
PHP Language in Hindi
PHP का पूरा नाम है Hypertext Preprocessor, यह एक server side Open Source Scripting Language है. इसका निर्माण साल 1995 में Rasmus Lerdorf द्वारा किया गया था. php के scripts को server पर execute किया जाता है.
PHP का इस्तेमाल कहाँ होता है?
- PHP का इस्तेमाल किसी भी वेबसाइट के Backend में किया जाता है. इसे html के अंदर Embed भी किया जा सकता है.
- Database Management System को client side से हैंडल करने के लिए php का इस्तेमाल किया जाता है. Database Management System जैसे की Postgres, Oracle, MySql, और MsSql server पर php का इस्तेमाल किया जाता है.
PHP के Features क्या हैं?
- Simple : यह अन्य language के मुकाबले सीखने में काफी आसान है. फाइल्स को Create, Open, Read, Right, Delete, और Close इन सभी function को php server पर run करता है.
- Interpreted : यह Interpreted Language है. यह डाटा को Encrypt भी कर सकता है.
- Faster : यह अन्य Scripting Language के मुकाबले काफी Fast है. यह cookies डाटा को send और recieve करता है.
- Platform Independent : php के code को आप Linux, Windows, और Mac पर run कर सकते हैं, यह किसी एक Platform पर depend नहीं है.
- Collects Form Data : user जिसभी डाटा को फॉर्म में fill करता है उन सभी डाटा को php collect करके Database में save कर देता है.
HTML Language in Hindi
HTML एक Markup Language है इसका इस्तेमाल Web Pages को Create करने के लिए किया जाता है, HTML का Full Form है Hyper Text Markup Language. इसका निर्माण सबसे पहले साल 1993 में Tim Berner Lee ने किया था.
HTML का इस्तेमाल कहाँ होता है?
इसका उपयोग मुख्य रूप से Web Pages को बनाने के लिए किया जाता है, इन Web Pages कई सारे Links होते हैं जो की अलग अलग Web Pages को connect करते हैं. इंटरनेट पर मौजूद सभी websites के Structure को HTML से ही बनाया गया है.
HTML के Features क्या है?
यह सीखने में काफी आसान है, इसमें Tags और Elements का इस्तेमाल करके Web Page को डिज़ाइन किया जाता है. HTML को Web Browser द्वारा Render करके Users के स्क्रीन अपर show किया जाता है.
HTML क्यों जरुरी है?
Web Pages को बनाने के लिए आप के पास केवल HTML का ही विकल्प है इसलिए यह सीखना जरुरी होता है. आज के समय में दुनिया के सभी websites का निर्माण HTML द्वारा ही किया गया है.
SQL Language in Hindi
SQL का Full Form है Structured Query Language, इसका इस्तेमाल Database को Operate करने के लिए किया जाता है. Database Creation, Deletion, Fetching Rows, Modifying Rows, इत्यादि जैसे कामों को SQL द्वारा ही किया जाता है. इसका निर्माण साल 1971 में किया गया था.
SQL का इस्तेमाल कहाँ होता है?
इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से Database से connection बनाकर Database Creation, Deletion, Fetching Rows, Modifying Rows, इत्यादि जैसे कामों को किया जाता है.
SQL के commands जैसे की CREATE, ALTER, DROP, UPDATE इत्यादि, इन Commands का इस्तेमाल करके Database को Operate किया जाता है और various operations परफॉर्म किये जाते हैं.
SQL के Features क्या हैं?
- Data Definition Language : इसके पास ऐसे Commands होते हैं जो की Data को Define करते हैं eg. Create Table TableName, Drop Table TableName etc.
- Data Manipulation Language : डाटा को Manipulate करने के सभी Commands इस Language में मौजूफ है eg Insert IntoTableName, Delete From TableName etc.
- Triggers : डाटा पर कुछ Condition Match होने के बाद जो action perform होता है उसे ही Trigger कहा जाता है.
- Client-Server Action and Remote Database Access : SQL Language में Database को Access करने के लिए कई सारे commands मौजूद है.
- Security and Authentication : SQL में ऐसे कई सारे Features हैं जिसके मदद से Database में मौजूद सभी डाटा को Secure किया जा सकता है.
SQL क्यों जरुरी है?
आज के समय में डाटा काफ ज्यादा बढ़ रहा है इसलिए उन सभी डाटा को Security के साथ save करने के लिए आपको एक Database की जरुरत पड़ेगी. हालाँकि इस समय मार्किट में कई सारे Database Management System मौजूद हैं लेकिन अगर आप Begginer हैं तो आपके के लिए SQL को सीखना और Implement करना काफी आसान होगा.
आज के समय में डाटा काफी ज्यादा बढ़ रहा है इसलिए उन सभी डाटा को Security के साथ save करने के लिए आपको एक Database की जरुरत पड़ेगी. हालाँकि इस समय मार्किट में कई सारे Database Managment System मौजूद हैं लेकिन अगर आप Begginer हैं तो आपके के लिए SQL को सीखना और Implement करना काफी आसान होगा.
Conclusion
हमें आशा है की इस Article प्रोग्रामिंग क्या है (What is Programming in Hindi) को पढ़ने के बाद आपके कई सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे. दोस्तों अगर Personaly कहूं तो आने वाले समय में Programming की Demand बहुत ज्यादा बढ़ेगी और कई लाखों Job Opportunity भी बढ़ेगी (Programming Kya Hai).
आज के समय में (2021) ऊपर बताए Programming Langauges सबसे अधिक Popular हैं इसलिए अगर आप इन्हे सीखना चाहतें हैं तो सबसे पहले किसी एक प्रोग्रामिंग Language से शुरू करें उसके बाद धीरे धीरे अन्य प्रोग्रामिंग Language को सीखें.
आप अपने विचार और सुझाव को Comment में लिखकर हमें बता सकतें हैं.

विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.