SEO क्या होता है? 1st Rank रैंक कैसे करें? [2022] | SEO Kya Hai in Hindi?

साल 2021 में हर सेकंड 30 Blog आर्टिकल पोस्ट किया जाता है मतलब हर दिन 25 लाख से भी अधिक ब्लॉग आर्टिकल पोस्ट होते हैं, ये तो बात हुई सिर्फ WordPress ब्लॉग पोस्ट की लेकिन अन्य माध्यम से भी आर्टिकल पोस्ट किए जाते हैं. एक दिन में ब्लॉग पोस्ट की इतनी संख्या होने के कारण गूगल पर रैंक करना काफी मुश्किल हो गया है, इसलिए हमें जरुरत पड़ती है एक ऐसे टूल की जो हमारे पेज को गूगल SERP के First पोजीशन पर Rank करा सके उसे कहते हैं SEO अर्थात “Search Engine Optimization”, तो आज आप इस आर्टिकल में जानोगे की SEO क्या होता है? (SEO Kya Hai in Hindi) और SEO कैसे किया जाता है.

इससे पहले की आप समझे की SEO क्या है सबसे पहले मैं आपको बता दूँ की SEO का उपयोग करना और इसे सीखना क्यों जरुरी है, जैसा की मैंने आपको बताया की हर दिन कई लाखों Blog आर्टिकल को पोस्ट किया जाता है जिससे गूगल के पहले पोजीशन पर रैंक करने का कम्पटीशन भी बढ़ जाता है इसके लिए गूगल टॉप पर सिर्फ उन्ही पोस्ट को रैंक करता है जिसका SEO अच्छा होता है.

SEO गूगल Algorithms के हिसाब से आपके पोस्ट को Search Engine के 1st Position पर रैंक करने के लिए मदद करता है. हर साल गूगल के Algorithms में परिवर्तन होते रहता है जिससे किसी भी पोस्ट का SEO करने के तरीके में थोड़ा बदलाव लाना पड़ता है, लेकिन गूगल के कुछ ऐसे Fundamental Algorithms हैं जो की हमेशा समान रहते हैं और कभी बदलते नहीं है.

तो चलिए अब जान लेतें हैं की एसइओ क्या है?

SEO क्या है? – SEO Kya Hai in Hindi?

SEO एक तरीका होता है जिसकी मदद से है हम अपने Website Page को बिना Paid Ad दिखाए Search Engine के पहले Position पर लाने की कोशिश करते हैं, इसे Organic Listing भी कहा जाता है. SEO का फुल फॉर्म है Search Engine Optimization, जिस Website का जितना अच्छा SEO रहेगा वह Website किसी भी Search Engine पर उतना ऊपर रैंक करेगा, Google, Yahoo, Bing ये सभी सर्च इंजन हैं.

SEO Kya Hai in Hindi

अब क्यूंकि आज के समय 85% से भी अधिक लोग गूगल Search Engine का इस्तेमाल करते हैं इसलिए हम गूगल के लिए SEO करना सीखेंगे. आज से 8-10 साल पहले तक गूगल पर किसी भी पोस्ट को रैंक कराना काफी आसान था लेकिन आज के समय में गूगल के Algorithms काफी एडवांस हो गए हैं इसलिए हमारे पोस्ट का SEO भी एडवांस तरीके से करना पड़ता है. 

SEO का सीधा फंडा यह है की अगर आपको अपने पोस्ट को गूगल के पहले पेज में सबसे ऊपर रैंक कराना है तो आपको SEO भी सबसे अच्छे तरीके से करना होगा. जितना अच्छा आपके पोस्ट का एसइओ होगा उतना ऊपर आपका पोस्ट गूगल पर रैंक करेगा और इससे आपके पोस्ट पर Organic Traffic भी बढ़ जाएगा जिससे आपकी Earning भी बढ़ जायेगी.

हर साल गूगल के Ranking Algorithm में कोई न कोई बदलाव जरूर आता है इसलिए हमें Google के Algorithm को समझना जरुरी है. हालांकि गूगल अपने रैंकिंग Algorithm को गुप्त रखता है अर्थात किसीको भी बताता नहीं है क्योंकि अगर गूगल अपने रैंकिंग Algorithm को सबको बता देगा तो अन्य कम्पनिया भी गूगल जैसा ही सर्च इंजन बना लेंगी. 

SEO करना क्यों जरुरी है?

मान लो आपने कोई आर्टिकल लिखा है और उसे आपने गूगल में सबमिट भी कर दिया है और आपको लगता है की आपका आर्टिकल गूगल के पहले पेज में रैंक हो जाएगा, लेकिन गूगल के पास तो और भी कई आर्टिकल हैं जो की आपके आर्टिकल से मैच होते हैं और यहीं पर गूगल अपने Algorithm का इस्तेमाल करता है quality आर्टिकल को पहले पेज पर रैंक करने के लिए.

आपने Quality Content तो लिखा है लेकिन अगर आपने आर्टिकल का SEO नहीं किया है तो गूगल आपके आर्टिकल या ब्लॉग को पहले स्थान पर रैंक नहीं करेगा, इसलिए आपको अपने ब्लॉग का SEO करना जरुरी है. अगर आपने कोई आर्टिकल लिखा है और कोई यूजर गूगल में  कोई Keyword टाइप करके कुछ सर्च करता है तो आपका आर्टिकल गूगल में तभी रैंक होगा जब उस यूजर द्वारा सर्च किया गया Keyword आपके आर्टिकल में होगा. 

  • Blog Traffic : अगर आपने अपने ब्लॉग का SEO किया है तो आपके ब्लॉग का Organic Traffic अपने आप बढ़ जाएगा आपको कोई Paid Ads की जरुरत नहीं पड़ेगी, जब आपका Organic Traffic आता है तब आपके ब्लॉग का रैंक ऊपर होने लगता है.
  • No Ads : जब तक आप अपने ब्लॉग का SEO नहीं करेंगे तब तक आपके ब्लॉग पर Organic Traffic नहीं आता है, इसीलिए आपका ब्लॉग गूगल के फर्स्ट पेज पर रैंक नहीं कर पाता है फिर आप अपने ब्लॉग पर Traffic लाने के लिए Paid Ads का सहारा लेते हैं. लेकिन अगर आपने अपने ब्लॉग का SEO अच्छे से किया है तो आपको Paid Ads की जरुरत ही नहीं पड़ती है.
  • Trust : अगर आपने अपने ब्लॉग का SEO अच्छी तरह से किया है तो Google का Algorithm आपके ब्लॉग को टॉप Page पर दिखाता है और यूजर गूगल के Algorithm पर भरोसा करतें हैं इसलिए वे Ads की बजाए Organic रिजल्ट पर क्लिक करते हैं जिससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक बढ़ जाता है.
  • Competition : अगर आपका ब्लॉग किसी ऐसे टॉपिक पर है जिसमे आप कोई प्रोडक्ट Sell करते हैं तो उसमे कम्पटीशन भी अधिक रहता है लेकिन अगर आपने आपके ब्लॉग का SEO अच्छी तरह से किया है तो आपका ब्लॉग अन्य Competitors के ब्लॉग से ऊपर रैंक करेगा जिससे आप अन्य लोगों के मुकाबले Competition में आगे रहोगे.  
  • Brand : अगर आपको अपने ब्लॉग को एक ब्रांड बनाना है तो आपको SEO की सबसे ज्यादा जरुरत पड़ेगी, अगर आपके ब्लॉग का SEO सही तरीके से किया गया है तो आप गूगल के सर्च रिजल्ट में टॉप पर आएंगे जिससे यूजर के नज़रों में आपका ब्लॉग एक ब्रांड बन जाएगा. 
  • User Experience : आप को यह भी पता होना चाहिए की यूजर क्या चाहता है और जो वह चाहता है क्या वह चीज़ आपके ब्लॉग पर मौजूद है, अगर यूजर की जरुरत के हिसाब से आपके ब्लॉग पर कंटेंट मौजूद है तो यूजर आपके ब्लॉग पर ज्यादा समय बिताएगा जिससे आपके ब्लॉग का User Experience बढ़ जाता है. आपके ब्लॉग का जितना अच्छे से SEO होगा उसका User Experience भी उतना ही अच्छा होगा. 

SEO के प्रकार – Types of SEO in Hindi

SEO कैसे करते हैं? यह समझने से पहले आपको यह समझना होगा की SEO कितने प्रकार के होते हैं, मुख्यतः SEO तीन प्रकार के होते हैं ON Page SEO, OFF Page SEO और Technical SEO. तो चलिए इन्हें जरा अच्छे से समझते हैं.

SEO Kya Hai in Hindi

1. ON Page SEO

Website के हर एक पेज को Optimize करना ही ON Page SEO कहलाता है जैसे की Keyword Research, Content Creation, और Keyword Optimization. किसी भी वेबसाइट या फिर ब्लॉग का ON Page SEO करना काफी जरुरी होता है इससे आपका कंटेंट एक Quality कंटेंट बन जाता है. 

Meta Description, Title, और Internal Linking भी ON Page SEO का ही एक हिस्सा है जो की आपके पोस्ट को गूगल पर रैंक कराने के लिए सहायता करता है. 
ON Page SEO करने से गूगल को यह मालूम पड़ जाता है की आपका ब्लॉग किस टॉपिक पर बना है और आपके ब्लॉग या वेबसाइट की क्या Quality है. तो चलिए इसके कुछ जरुरी स्टेप्स को समझ लेते हैं.

  • Keyword Research : जिस टॉपिक पर आपको ब्लॉग लिखना होता है उस टॉपिक के लिए आपको Keyword भी ढूंढना पड़ता है, कीवर्ड का Difficulty जितना कम होगा आपका ब्लॉग भी उतना जल्दी रैंक करेगा. कीवर्ड के Difficulty का अर्थ होता है की कितने लोग उस कीवर्ड पर काम कर रहे हैं.
  • Content Creation : कीवर्ड रिसर्च करने के बाद बारी आता है Content बनाने का अर्थात Post लिखने का, एक अच्छा पोस्ट लिखने के लिए जरुरी है उस टॉपिक पर अच्छी जानकारी होना आपको उस टॉपिक पर जितना ज्ञान होगा आप उतना ही अच्छा Content Create कर सकते हो अर्थात पोस्ट लिख सकते हो.  
  • Keyword Optimization : रिसर्च और पोस्ट लिखने के बाद अब बारी आता है कीवर्ड को Optimize करने का, पोस्ट के अंदर अलग अलग कीवर्ड को सही तरीके से इस्तेमाल करने को ही Keyword Optimization कहा जाता है.
  • User Experience : यदि कोई यूजर किसी सवाल का जवाब ढूंढते हुए आपके वेबसाइट पर आता है तो उसे उस सवाल का सटीक जवाब मिलना चहिये और आपके वेबसाइट में वीडियो & ग्राफ़िक्स का होना जरुरी है इससे अच्छा User Experience बनता है.
  • Bounce Rate : Bounce rate इस बात का प्रतिशत है कि कितने लोग आपकी साइट पर किसी दिए गए Page पर आते हैं और जाने से पहले कितने Page देखते हैं. इसलिए यदि किसी Page पर 100 लोग आए और उनमें से 35 लोग किसी अन्य Page को देखे बिना Page छोड़ गए, तो उस Page का Bounce rate 35% होगा यदि आपके वेबसाइट का Bounce Rate कम है तो आपके वेबसाइट का SEO पर अच्छा इफ़ेक्ट पड़ेगा.
  • Use Search Intent : Search इंटेंट का मतलब है यूजर के Query को समझना की यूजर क्या चाहता है. मान लो कोई यूजर सर्च करता है की “पिज़्ज़ा कैसे बनाये?” तो यहाँ पर यूजर को जानना है की पिज़्ज़ा बनाते कैसे हैं न की पिज़्ज़ा का इतिहास क्या है, इसलिए कंटेंट बनाते समय यूजर के इंटेंट को पूरा करें.
  • Page Loading Speed : जब कोई यूजर आपके वेबसाइट को खोलता है तो आपके वेबसाइट को पूरी तरह से खुलने के समय को ही “Page Loading Speed” कहा जाता है, गूगल के हिसाब से जिस वेबसाइट का Page Loading Speed 3 सेकंड से कम रहता है उसका वेबसाइट ऊपर रैंक करता है.
  • CTR : CTR का मतला होता है Click-Through-Rate अर्थात अगर गूगल में आपके किसी वेब पेज के लिंक को 100 लोग देखते हैं और उनके से 5 लोग आपके वेब पेज के लिंक पर क्लिक करते हैं तो आपके वेबसाइट का CTR 5% होगा, जितना अच्छा CTR उतना ऊपर आप रैंक करोगे.
  • Optimizing Title Tags : यह जरुरी है की आपने जिस कीवर्ड को टारगेट किया है वही कीवर्ड Title में भी होना चाहिए इससे गूगल और यूजर दोनों को समझ में आता है की आपका पेज किस बारे में है.
  • Internal links : जब आप अपने किसी एक Page में किसी उसी Same वेबसाइट के दूसरे Page का लिंक लगाते हैं तो उसे Internal Link कहा जाता है, जरुरत के हिसाब से इंटरनल लिंक का इस्तेमाल करने से आपके बाकी के Pages भी रैंक होते हैं.
  • URL Optimization : हमेशा ध्यान रखें की आपके हर Page का URL Optimized हो इससे SEO पर इफ़ेक्ट पड़ता है.

2. OFF Page SEO 

जब ब्लॉग या Website का SEO Website के बाहर से किया जाता है तो इसको Off-Page SEO कहते हैं. यह तरीका आपके ब्लॉग का रेपुटेशन और Authority बढ़ाने में मदद करता है जिससे आपके ब्लॉग का SEO भी बढ़ जाता है. तो चलिए Off-Page SEO के मुख्य strategy को जान लेते हैं.

  • Link Building : Link Building का अर्थ होता है अपने वेबसाइट का Link किसी अन्य वेबसाइट पर लगाना जिससे उस वेबसाइट के यूजर Link पर क्लिक करके आपके वेबसाइट पर आ सकते हैं. ब्लॉग के Authority को बढ़ाने के लिए आपके ब्लॉग का Link Building ऐसे वेबसाइट से होना चाहिए जिसका Page Authority और Domain Authority काफी ज्यादा हो, इसे Backlink भी कहा जाता है eg. Directory Submission, Video Submission, Blog Commenting, Guest Posting, Ads Classified, Social Bookmarking, Web 2.0 Submission, Forum Submission, Blog Directory Submission, E-book Creation etc.
  • Content Marketing : जब आप अपने ब्लॉग पर कोई कंटेंट बना लेते हो अर्थात पोस्ट लिख लेते हो तो उसके बाद उस पोस्ट की Marketing भी करना जरुरी होता है जैसे की SocialMedia पर शेयर करना, इससे आपके Blog का SEO बढ़ता है इसे ही Content Marketing कहा जाता है.  
  • Forum : Off-Page SEO का एक और Strategy है इसमें फोरम वेबसाइट का इस्तेमाल किया जाता है, जब आप किसी अच्छे फोरम वेबसाइट पर जाकर लोगों से चर्चा करते हो और उनके समस्या को solve करते हो इससे आपको लोग जानने लगते हैं और आपका ब्लॉग लोगों तक जल्दी पहुँच पाता है, यह ब्लॉग के SEO को बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है.

3. Technical SEO 

Technical SEO आपके ब्लॉग या वेबसाइट के Backend से संबधित है, आपका ब्लॉग जिस सर्वर पर होस्टेड है उसी को Backend कहा जाता है. गूगल आपके ब्लॉग को अच्छी तरह से Crawl कर सके इसलिए यह जरुरी होता है की आपके ब्लॉग का Backend काफी फ़ास्ट हो. तो चलिए जान लेतें हैं की आपको अपने ब्लॉग का Technical SEO करने के लिए क्या करना चाहिए. 

ब्लॉग का Technical SEO करने के लिए सबसे जरुरी चीज़ें हैं Site Speed, Mobile-Friendliness, Security, Indexing Crawlability, Structured Data, Site Architecture. इन सभी चीज़ों को अच्छा रखने से आपके ब्लॉग का SEO भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है जिससे आपका ब्लॉग गूगल के पहले पेज में आसानी से रैंक कर सकता है.

  • Site Speed बढ़ाएं : अगर आपके ब्लॉग या वेबसाइट का Loading स्पीड 3 सेकंड से कम है तो इससे आपके ब्लॉग का SEO भी बढ़ जाएगा जो की आपके ब्लॉग को गूगल में रैंक करने में मदद करेगा, अगर आपका ब्लॉग Wordpress पर बना है तो आप अपने ब्लॉग के Speed को बढ़ाने के लिए Cache Plugins का इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • Mobile-Friendliness : अगर आपका ब्लॉग Mobile Friendliness नहीं है अर्थात मोबाइल पर सही तरीके से नहीं दिखता है तो सबसे पहले आप अपने ब्लॉग का Theme बदल कर अच्छा Mobile Friendliness Theme का इस्तेमाल करें, अगर आपका ब्लॉग Mobile Friendliness है तो इससे SEO स्कोर भी बढ़ जाता है.
  • ब्लॉग को Secure रखें (HTTPS) : इस बात का ख़ास ध्यान रखें की आपका ब्लॉग https का इस्तेमाल करता हो, अगर आपका ब्लॉग या फिर वेबसाइट http पर चल रहा है तो उसे तुरंत http (Hyper Text Transfer Protocol) से https (Hyper Text Transfer Protocol Secure) पर कर लें ऐसा करने से आपका ब्लॉग सुरक्षित तो रहेगा ही साथ में आपके ब्लॉग का SEO भी बढ़ जाएगा. 

SEO कैसे करते हैं? – SEO Kaise Kare in Hindi?

अभी तक आपको यह समझ में आ गया होगा की SEO Kya Hai और यह क्यों जरुरी है. अब आप जानेंगे SEO कैसे करते हैं.

जब तक आप अपने ब्लॉग का SEO अच्छी तरह से नहीं करोगे तब तक आप गूगल के पहले पेज पर रैंक नहीं कर पाओगे इसलिए आपको यह जानना जरुरी है की किस तरह आप अपने ब्लॉग का SEO अच्छी तरह से कर सकते हैं.

जब कोई यूजर गूगल पर कोई Keyword Search करता है तब गूगल अपने 200 Ranking Factors के हिसाब से हर एक ब्लॉग को Analyze करता है और सिर्फ उन्ही ब्लॉग को टॉप पर दिखाता है जिनके ब्लॉग में अच्छा Quality कंटेंट होता है और जिस ब्लॉग का SEO काफी अच्छी तरह से किया गया होता है.

गूगल आपके ब्लॉग या वेबसाइट के रिजल्ट को दिखाने से पहले यह Analyze करता है की क्या यूजर द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब आपके ब्लॉग में है या नहीं, गूगल आपके ब्लॉग को Analyze करने के लिए 200 Factors का इस्तेमाल करता है और हमें इसी हिसाब से अपने ब्लॉग का SEO करना है.

1. वेबसाइट या ब्लॉग को Analyze करें

ब्लॉग का SEO करने का पहला स्टेप है अपने वेबसाइट या ब्लॉग पर यूजर Behavior को Analyze करना जैसे की Session, Unique Session, Bounce Rate, Avg. Visit Duration, और No. of Pages per Visit . यूजर Behavior Analyze करने के बाद आपको उन सभी Factor को बढ़ाना है जो की कम है. आपको यह मालूम करना होगा की आपके ब्लॉग के किस पोस्ट पर सबसे अधिक Visitor आ रहे हैं और उसी हिसाब से अन्य सम्बंधित पोस्ट को भी लिखना है.

Google Analytics में जाकर आपको यह पता करना है की आपके ब्लॉग पर Bounce Rate कितना है अर्थात जब यूजर आपके ब्लॉग पर आते हैं तब कितने प्रतिशत यूजर आपके ब्लॉग से बिना समय बिताए ही चले जाते हैं, अगर आपका Bounce Rate 80% से ज्यादा है तो आपको यह पता करना है की किस वजह से आपके ब्लॉग पर यूजर जल्दी वापस चले जाते हैं और उस प्रॉब्लम को फिक्स करना है.

उसी तरह आपको Avg Visit Duration भी मालूम करना है अर्थात आपके ब्लॉग पर यूजर औसतन कितना समय बिताते हैं. आपके ब्लॉग का Avg Visit Duration जितना अधिक होगा आपके ब्लॉग का SEO भी उतना ही बढ़ेगा. 

आपको यह भी पता करना है की औसतन यूजर आपके ब्लॉग पर कितने Page पर visit करते हैं इसे No. of Pages per Visit कहते हैं. यह जितना अधिक होगा आपके ब्लॉग के SEO के लिए उतना ही अच्छा होगा, किसी भी अच्छे ब्लॉग का No. of Pages per Visit 2 या इससे अधिक होना चाहिए. 

2. keyword research करें 

अगर आप किसी टॉपिक पर ब्लॉग लिखना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले Keywrod Research करना होगा अर्थात आपको ऐसे Keyword ढूंढना है जिसमे Traffic थोड़ा कम है और Competition भी कम है. इसलिए आपको Long Tail Keyword (2 वर्ड से अधिक वाले कीवर्ड) पर ज्यादा फोकस करना चाहिए इसके लिये आप Ubersuggest जैसे फ्री टूल का इस्तेमाल कर सकते हो.

आपको Ubersuggest पर जाना है और country सेलेक्ट करना है उसके बाद सर्च बार में Keyword टाइप करना है फिर आपके सामने कई सारे Long Tail keyword के लिस्ट आ जाएंगे आपको उन्ही में से Keyword सेलेक्ट करना है और आर्टिकल लिखना है.

जब आप कम Traffic और कम Competition वाले कीवर्ड पर आर्टिकल लिखते हैं तो इससे गूगल के फर्स्ट पेज में रैंक करना थोड़ा आसान हो जाता है. 

3. ON-Page SEO करें

Url-slugs, Meta Tags, Heading, Subheading और Description ये सभी ON-Page SEO के मुख्य भाग हैं इसलिए आपको इन सभी चीज़ों को Optimize करना है अर्थात आपको अपने Primary कीवर्ड को इन सभी जगहों (Url-slugs, Meta Tags, Heading, Subheading और Description) पर रखना है. इसे ही ON-Page SEO कहा जाता है. 

ON-Page SEO करना हर एक ब्लॉग के लिए काफी जरुरी होता है, अगर आपके ब्लॉग के Url-slugs, Meta Tags, Heading, Subheading और Description में Primary कीवर्ड मौजूद है तो इससे आपके उस आर्टिकल का SEO बढ़ जाता है और गूगल को आपके आर्टिकल को ऊपर रैंक करता है.

आपको यह ध्यान रखना है की आप Image के alt वाले सेक्शन में भी प्राइमरी कीवर्ड का इस्तेमाल करें, उसी के साथ आपको अपने पुरे आर्टिकल में बाकी के सम्बंधित कीवर्ड का भी इस्तेमाल करना है ऐसा करने से गूगल को यह समझ में आता है की आपने किस टॉपिक पर आर्टिकल लिखा है.

4. Off-Page SEO करें

जब आप अपने ब्लॉग को बाहरी तौर से Optimize करते हैं तो उसे Off-Page SEO कहा जाता है जैसे की Marketing, Social Media Activity, Guest Blogging और Backlink. अगर आप अपने  ब्लॉग की मार्केटिंग कर रहे हैं तो इससे गूगल के नज़रों में आपके ब्लॉग की वैल्यू बढ़ जाती है और इससे आपका SEO भी बढ़ जाता है. 

Guest Blogging भी एक अच्छा तरीका है SEO को बढ़ाने का, जब आप किसी अच्छे ब्लॉग पर अपने आर्टिकल को पब्लिश करते हो तो इससे गूगल आपके आर्टिकल को Valueable मानता है इससे आपके ब्लॉग का SEO काफी ज्यादा बढ़ जाता है.

आपको अपने ब्लॉग को Social Sites जैसे की Instagram & Faceboook पर पब्लिश करना जरुरी है इससे आपके ब्लॉग के SEO में काफी फरक पड़ता है और आपका ब्लॉग एक ब्रांड बन जाता है.

5. क़ीमती और बड़ा Content बनाएं 

अगर  आपका आर्टिकल कीमती और बड़ा है तो इससे गूगल को यह पता चल जाता है की आपने अपने आर्टिकल में पूरी जानकारी अच्छी तरह से दिया है इससे आपका SEO काफी बढ़ जाता है. गूगल के पहले पेज में जितने भी आर्टिकल रैंक करते हैं उन सभी का औसत Word Count 1600 वर्ड का रहता है इसलिए आप भी अपने कंटेंट को थोड़ा बड़ा बनाया करें. 

जिस भी विषय पर आप आर्टिकल लिख रहे हो उसकी पूरी जानकरी आर्टिकल में देने से यूजर आपके आर्टिकल को पूरा पढता है जिससे आपके ब्लॉग का Avg. Visit Duration बढ़ जाता है और इस वजह से आपके ब्लॉग का SEO भी काफी बढ़ जाता है.

किसी कीवर्ड पर आर्टिकल लिखने से पहले यह मालूम कर लें की उस कीवर्ड पर गूगल में Ranked टॉप 10 ब्लॉग का आर्टिकल कितना बड़ा है, आपको उन सभी ब्लॉग से अच्छा और अधिक कंटेंट लिखना होगा जिससे गूगल आपके ब्लॉग को काफी ज्यादा वैल्यू देगा. 

6. Mobile के लिए Optimize करें 

आज के समय में लोग वेबसाइट को Access करने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा कर रहें है, इसलिए गूगल ने Mobile First Indexing वाले फीचर को लॉन्च किया है इसका मतलब यह है की आपका ब्लॉग या वेबसाइट Mobile Friendliness होना चाहिए तभी आपका ब्लॉग मोबाइल सर्च रिजल्ट में दिखाई देगा. 

अगर आप अपने ब्लॉग को WordPress पर चलाते हो तो आपको Responsive Themes का इस्तेमाल करना है जिससे आपका ब्लॉग Mobile First Indexing में शामिल हो जाएगा. 

7. Quality Backlinks बनाएं 

अगर आपके ब्लॉग के पास एक अच्छा Quality Backlink है तो आपके ब्लॉग का SEO काफी बढ़ जाता है जिससे गूगल के फर्स्ट पेज में रैंक करना काफी आसान हो जाता है. एक Quality Backlink बनाने के लिए आपको ऐसे वेबसाइट से Approach करना होगा जिसका Domain Authority और Page Authority कम से कम 20 से ऊपर हो, ऐसा करने से गूगल के फर्स्ट पेज में रैंक करना आसान हो जाता है.

जब Backlink बनाने की बात आती है तब कई लोग ऐसे वेबसाइट से भी Backlink बना लेते हैं जिसे गूगल ने बैन किया हुआ है इसे Spamy Backlink कहा जाता है, लेकिन आपको ऐसा बिलकुल भी नहीं करना है.

आपको हमेशा ऐसे वेबसाइट से Backlink बनाना है जिसका Spam Score काफी कम हो, अगर आपने अच्छे खासे Backlink अपने ब्लॉग पर बना लेंगे तो इससे आपके ब्लॉग का SEO बढ़ जाएगा जिससे यह गूगल के पहले पेज में रैंक करेगा और आपके ब्लॉग पर Organic Traffic भी बढ़ जाएगा. 

8. ब्लॉग की Loading स्पीड बढ़ाये 

सबसे पहले आप अपने ब्लॉग का Loading स्पीड चेक करें, अगर आप के ब्लॉग का लोडिंग स्पीड 3 सेकंड से ज्यादा है तो इसका मतलब आपको अपने ब्लॉग का Loading स्पीड कम करना होगा. गूगल के हिसाब से जिस वेबसाइट का Loading स्पीड 3 सेकंड से कम रहता है उन वेबसाइट का SEO बढ़ जाता है और वे वेबसाइट गूगल पर ऊपर रैंक होते हैं.

वैसे तो वेबसाइट के Loading स्पीड को कम करने के लिए बहुत सारे Factors पर काम करना पड़ता है लेकिन कुछ ऐसे भी Factors हैं जिसे आप खुद समझ कर आसानी से अपने ब्लॉग के लोडिंग स्पीड को बढ़ा सकते हो, निचे लिस्ट दिया गया है.

  • हमेशा सबसे बढ़िया होस्टिंग कंपनी से Hosting खरीदें. 
  • ब्लॉग के पोस्ट में इस्तेमाल होने वाले सभी Images का साइज 100kb से कम रखें. 
  • वेबसाइट के Html में Javascript फाइल को हमेशा अंत में </body> के बिलकुल ऊपर रखें. 

ऊपर बताये गए तरीकों से पूरी तरह से ही आपके वेबसाइट का लोडिंग स्पीड कम नहीं हो जाएगा लेकिन इससे काफी फरक पड़ेगा. 
वैसे तो किसी भी वेबसाइट या फिर ब्लॉग को रैंक करने के लिए गूगल 200 Factors पर ध्यान देता है और उन 200 Factor में से ऊपर बताए गए 8 तरीके उसी का हिस्सा हैं जो की हमेशा काम में आते हैं. 

अगर आपने ऊपर बताए गए 8 तरीकों का इस्तेमाल अच्छे से कर लिया तो आपका वेबसाइट जरूर ही गूगल के पहले पेज पर रैंक करेगा. किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट का SEO करने के बाद उसका रिजल्ट 3 से 4 महीनों में दिखता है इसलिए प्रयास करते रहें हम्मत न हारें. 

SEO और SEM में क्या अंतर है? – Difference Between SEO & SEM in Hindi

SEO का फुल फॉर्म होता है Search Engine Optimization और SEM का फुल फॉर्म होता है Search Engine Marketing, दोनों का इस्तेमाल अलग अलग कामों के लिए किया जाता है ब्लॉग के Traffic को Organic तरीके से बढ़ाने के लिए SEO का इस्तेमाल किया जाता है और Inorganic तरीके से ब्लॉग या वेबसाइट के Traffic को बढ़ाने के लिए SEM का इस्तेमाल किया जाता है.

  • SEO: SEO एक Organic तरीका है जिसका इस्तेमाल करके आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को गूगल के पहले स्थान पर ला सकते हो जिससे आपके ब्लॉग का Traffic बढ़ जाता है. लेकिन आपको अपने ब्लॉग का SEO करने के लिए कई सारे चीज़ों पर ध्यान देना पड़ता है जैसे की ऊपर SEO करने के तरीके को बताया गया है.
  • SEM : SEM एक Paid तरीका है जिसका इस्तेमाल ब्लॉग या वेबसाइट के Traffic को बढ़ाने के लिए किया जाता है, इसमें वेबसाइट या ब्लॉग को Ads के जरिए Search Engine में पहले पेज पर दिखाया जाता है जिससे आपके ब्लॉग पर Traffic आने लगता है, SEM और SEO में यही फरक है की SEM का इस्तेमाल Paid Traffic लाने के लिए किया जाता है और SEO का इस्तेमाल Organic Traffic को लाने के लिए किया जाता है. 

Conclusion

हमें आशा है की यह आर्टिकल पढ़ने के बाद SEO से जुडी आपके सभी सवाल जैसे की SEO क्या होता है (SEO Kya Hai in Hindi), इसे कैसे करते हैं और इसके कितने प्रकार हैं (Types of SEO) इन सभी के जवाब आपको मिल गए होंगे. आज के समय में SEO सीखना काफी जरुरी है इसकी मदद से आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को गूगल पर आसानी से रैंक करा सकते हो. 

अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों को भी शेयर करें, आप अपने विचार और सुझाव निचे कमेंट में लिखकर हमें बता सकते हैं.

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