Operating System क्या है? | Operating System in Hindi?

Last updated on January 23rd, 2021 at 12:04 am

क्या आप जानतें है की ऑपरेटिंग सिस्टम (What is Operating System in Hindi) क्या होता है , अगर नहीं तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें जिससे आपको ऑपरेटिंग सिस्टम के  बारे पूरी जानकारी मिल जायेगी !

आप जानते होंगे की हमारे शरीर में दो अंग सबसे महत्वपूर्ण है, हमारा दिल और हमारा दिमाग ! हमारा दिल हमारे शरीर के हर एक अंग में खून पंप करता है और हमारा दिमाग हमारे शरीर के हर अंग पर नियंत्रण करता है, उसी तरह कंप्यूटर का दिल होता है उसका ऑपरेटिंग सिस्टम !

ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में हो रहे हर एक काम को करता है, दरअसल ऑपरेटिंग सिस्टम सिर्फ कंप्यूटर और मोबाइल
में ही नहीं बल्कि और भी अन्य इलेट्रॉनिक्स उपकरण में होता है !

कंप्यूटर हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर को मिला कर बनता है, कंप्यूटर के ऐसे पार्ट्स जिसे छू नहीं सकते है उसे हम हार्डवेयर कहते है जैसे की कीबोर्ड,माउस तथा मॉनिटर इत्यादि ! लेकिन जिसे हम देख नहीं सकते उसे हम सॉफ्टवेयर कहते है, जैसे की गूगल क्रोम या कोई भी अन्य एप्लीकेशन !

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? (What is Operating System in Hindi)

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) भी एक सॉफ्टवेयर होता है जिसे हम छू नहीं सकते है ! अगर आप इस आर्टिकल को किसी मोबाइल में पढ़ रहें है, तो आपने इस आर्टिकल को खोलने के लिए सबसे पहले किसी ब्राउज़र को खोला होगा, जब आपने अपने ब्राउज़र को खोलने के लिए आपने अपने सरकीं पर अपने उंगली से टच किया होगा, तो इसी टच को आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम समझ जाता ही की उसे कोनसा एप्लीकेशन खोलना है !

जब भी आप कोई भी अप्प्लॉकेशन को खोलते है तो उसे खेलने का काम ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है !
जब आप अपने मोबाइल का लॉक खोलते है तो उस लॉक को पहचान कर लॉक को कहलाने का काम भी आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है !

आपका मोबाइल और कंप्यूटर बिना किसी ऑपरेटिंग सिस्टम के ऑन भी नहीं हो सकता है ! कम्प्यूटर्स में लिनक्स , विंडोज तथा मैक ऑपरेटिंग सिस्टम काम करता है, और मोबाइल में सबसे ज्यादा एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम काम करता है !

अगर आप ध्यान दें तो ऑपरेटिंग सिस्टम में ऑपरेटिंग का मतलब होता है किसी चीज़ को प्रचालित करना ! आप windows 7, Windows 10, तथा Windows XP जैसे नामों को तो जानते ही होंगे ये सभी Windows ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार है !

वैसे ही आपने Mac का भी नाम सुना होगा ये भी कंप्यूटर के ओपरेटिंग सिस्टम का एक प्रकार है ! उसी तरह Linux भी एक कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम का एक प्रकार है !

मोबाइल में Android ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है, इसके भी अलग अलग प्रकार है जैसे की Kit-Kat, Lollipop, Nougut तथा Oreo इत्यादि !

ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर और मोबाइल के हार्डवेयर के काम करने में मदद करता है ! जब हम keyboard अर्थात Hardware से कोई इनपुट देतें है तो कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम उस इनपुट को Process करके स्क्रीन पर आउटपुट दिखाता है, इन सभी कार्यों को ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है !

मार्किट में अलग अलग प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम मौजूद हैं, हमें जो भी ऑपरेटिंग सिस्टम अच्छा लगता है उसे हम इस्तेमाल करतें है !

Windows Operating System (OS)
– Linux OS
-Macintosh (Mac) OS
-Apple’s ios OS
-Googles’s Android OS

Operating System कौन से काम करता है?

अगर आप को यह समझाना है की ऑपरेटिंग सिस्टम क्या काम करता है तो आप बस यह जान लीजिये की कम्यूटर में हो रहे हर काम को ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है ! जब ही आप कोई भी एप्लीकेशन जैसे की व्हाट्सप्प खोलते हैं, उसी समय आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम उस व्हाट्सप्प को RAM में load करता है !

व्हाट्सप्प को लोड करने के बाद ही जैसे जैसे यूजर, मतलब आप व्हाट्सप्प को चलते हो वो सारे काम ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है ! जब आप कंप्यूटर या लैपटॉप से गूगल क्रोम या कोई भी  अप्लीकेशन खोलते है और उसका इस्तेमाल करते है, उन सभी कामों को आपके कंप्यूटर का ऑपरेटिंग  करता है !

ऐसे और भी अधिक काम है जिसे की ऑपरेटिंग सिस्टम करता है, उन सभी कामों को निचे अच्छे से समझाया गया है !

1. File Management
2. User और Application के बीच तालमेल बनाना
3. Process Management
4. Memory Management
5. Security
6. Device Management
7. Maintaining System Performance
8. Error देखना

File Management 

कंप्यूटर तथा मोबाइल में बहुत सारे  फाइल्स होते है और इन फाइल में बहुत सारे डायरेक्ट्रीज होते है, इन  और डिरेटोरिएस को एक सही मेमोरी लोकेशन देना ऑपरेटिंग सिस्टम का ही काम होता है ! जब फाइल्स अपनी सही जगह पर होते है तब हम उन्हें आसानी से इस्तेमाल कर  सकतें है !

फाइल मैनेजमेंट में OS का मुख्य काम

* किस फाइल को कोनसा Resource मिलेगा इसका ध्यान रखना!
* Location, Status, और Information अर्थात जानकारियों को संगठित करके रखता है!
* Resource De-Allocate करता है!
* फाइल्स को Open, Copy, Paste, तथा Move करना!

Processor Management

 प्रोसेसर का मुख्य काम होता है की जो भी टास्क  ओपन है उसे data तथा files देना ! कभी कभी processor को Multiprocessing काम भी करना पड़ता है इसलिए ऑपरेटिंग  सिस्टम यह decide करता  है  किस प्रोसेस को कितना प्रोसेसर और कितना टाइम मिलेगा ! इन्ही कामों को Process Scheduling भी बोलै जाता है !

Processor Management में OS का मुख्य काम

* Processor कोई Processing क्र रहा है या फिर Free है !
* जब कोई Process चालु है, तो उसे Memory में Alloate करना !
* OS यह भी देखता है की Processor खाली फिर कोई Processing कर रहा है !
* जब पहला  ख़तम होता है तो Processor को दूसरे काम में लगाना और सारे काम ख़तम होने पर Processor को Free करना !

Memory Management

कंप्यूटर मैमुख्यतः दो प्रकार के Memory होते हैं Primary Memory और Secondary Memory. इन्ही Memories को मैनेज करने का मतलब होता है Memory Management.

Primary Memory अर्थात RAM Array का बहुत बड़ा Byte होता है ! आप bytes को एक खांचा भी समझ सकतें है हर एक bytes अर्थात खांचे का अलग अलग Address होता है, इसी bytes में Data स्टोर होता है !

जब ही Processor कोई भी Process करता है तब Processor सीधे RAM से ही डाटा लेता है और उस data को process करता है !

OS का Memory Management. में मुख्य काम

* Primary Memory का कोनसा हिस्सा और कितना हिस्सा Processor को दिया जाएगा !
* Processor को जरुरत के हिसाब से Memory देना !
* Multiprocessing में यह तय करना की किस process को कितना Memory दिया जाएगा !
* Process (कंप्यूटर में चलने वाला काम) ख़तम होने के बाद Processor से Memory वापस लेना !

Device Management 

Device management का काम होता है कम्प्यूटर्स में मौजूद Drivers को manage करना! जैसे की Graphics Driver , Wifi Driver, Sound Driver, और Bluetooth Driver ये सारे Drivers input और output devices को चलाने में मदद करते है! इन सभी ड्राइवर्स को कंप्यूटर का Operating System चलाता है!

Device management में OS के मुख्य काम

* जब भी किसी डिवाइस को drivers की जरुरत पड़े तब उन drivers को चलाने का काम OS ही करता है, मान लीजिये आपको प्रिंट निकालना है तो इस process में printer के driver की जरुरत पड़ती है तो इस जरुरत को पूरा करना OS का ही काम होता है !

* सभी कंप्यूटर Devices को track करना जो की I/O Controller करता है !

* Process ख़तम हो जाने पर Device Deallocate करना !

User और Application के बीच तालमेल बनाना

OS user और Application के बीच Interface का भी काम करता है जिससे users आसानी से किसी भी App को चला सकते है ! जब आप कंप्यूटर को ON करते हैं तब BIOS Operating System को जगाता है !

Operating System सॉफ्टवेयर के Complexity को छुपा कर User को एक साधारण Interface Provide करता है, जो आप कंप्यूटर और मोबाइल को चलाते है जो कुछ भी स्क्रीन पर दिखता है उसे Interface कहा जाता है !

आसान भाषा में अगर कहें तो OS user और Application Software के बीच communication करने में मदद करता है !

Security 

जब आप अपने कंप्यूटर को चालू करते हो तो यह आपसे User ID और Password पूछता है और सिर्फ वही User आपके कंप्यूटर को इस्तेमाल कर सकतें है जिन्हे पासवर्ड मालूम होता है, इससे आपका कंप्यूटर सुरछित रहता है !
कंप्यूटर का OS ही चेक करता है की Password सही है या नहीं अगर पासवर्ड गलत होता है तो यह कंप्यूटर को Lock से खोलता नहीं है !

Error Recovery 

आपके कंप्यूटर System में आये हुए किसी भी Error को पहचान जाता है और उसे Recover करता है ! कंप्यूटर सिस्टम में तभी Error आता है जब कोई Hardware या Software में Problem हो जाता है लेकिन Operating System उसे detect कर लेता है.

System Performance पर नज़र रखना 

Operating System पर अन्य कार्यों के साथ यह भी सुनिश्चित करता है की उसके System का Performance कैसा है ! OS यह भी देखता है की वह किसी काम को करनी में  लगाता है, उसके हिसाब से वह System के Performance को Improve करता है !

Operating System के प्रकार (Types of Operating System in Hindi)

दोस्तों आज के समय में जैसे जैसे हमारी जरूरतें बढ़ रही है, वैसे वैसे नए नए Products का निर्माण हो रहा है और इन सभी Products को हम  technology की सहायता से और भी Advance बना रहे है ! जैसे जैसे Technology की जरूरते बढ़ रही है वैसे ही नए Operating System की भी जरूरतें बढ़ रही है !

तो चलिए जानते है OS के अलग अलग प्रकार

1. Batch Operating System (OS)

2. Simple Batch Operating System

3. Multiprogramming Batch OS

4. Network OS

5. Multiprocessor OS

6. Real-Time OS

7. Distributed OS

8. Time-sharing OS

Batch Operating System (OS)

Batch processing में Operating System Programm और Data को Processor में भेजने से पहले एक Batch में स्टोर करके रखता है ! ऐसे OS को Batch Operating System कहा जाता है !

Batch Operating System का मुख्य काम

* Batch OS एक job Decide करता है जिसमे Predefined Sequence of Commands, डाटा और प्रोग्रामको एक Single unit की तरह प्रोसेसिंग किया जाता है !

* Batch OS पहले से ही Jobs को लिस्ट को अपने Memory में  रख लेता है और उसी लिस्ट के हिसाब से वह उन Jobs को Execute करता है !

* Batch OS सारे Jobs को First Come First Served के हिसाब से प्रोसेसस करता है !

* जब कोई भी job पूरा हो जाता है तब उसका  Memory release हो जाता है !

Batch Operating System (OS) के Disadvantages :

– Batch OS को debug करना कठिन होता है !

– अगर कोई job किसी कारण से fail हो जाए तो dusare jobs को इंतज़ार करना पड़ेगा !

– इस प्रकार के OS बहुत महंगे होते है !

Multiprogramming Batch OS

जब एक Processor में दो या दो से अधिक Program को process करना होता है तब इसे Multiprogramming कहा जाता और इस काम के लिए  Multiprogramming Batch OS की आवश्यकता पड़ती है ! Multiprogramming में एक Processor में  सारे programmes एक बाद एक Execute होतें है !

Multiprogramming Batch OS के मुख्य काम

* Multiprogramming Batch OS एक ही समय में Memory में एक से अधिक jobs को रखता है !

* Multiprogramming Batch OS किसी एक job को लेता है उसपर processing चालु कर देता है !

* जब तक सारे jobs ख़तम नहीं हो जाते तब तक Multiprogramming Batch OS यह सुनिश्चित करता है की सारे programs active है या नहीं !

* इस प्रकार के OS में CPU कभी idle नहीं रहता है जब तक सारे jobs पुरे ना हो जाएँ !

* इसमें CPU का utlization बहुत ही अच्छी तरह से होता है !

Simple Batch Operating System 

Simple Batch OS  में कंप्यूटर और user के बीच में Direct interaction नहीं होता है !इसमें बहुत सारे jobs को एक line में या Batch में  processor को दिया जाता है जिससे सभी jobs को पूरा होने में काफी समय लग जाता है लेकिन इस OS के इस्तेमाल पहले होता था !

Simple Batch OS

* Processing को तेज़ करने
 के लिए ऐसे jobs जिनकी जरूरतें एक जैसी रहती है उन्हें एक Group में process किया जाता है !

* batch के execution को एक special program execute करता है !

Disadvantages of Simple Batch OS

– System और user के बीच Direct Interaction नहीं होता है !

– user के लिए waiting time बहुत अधिक होता है !

– किसी भी process को priority देने का कोई सही तरीका नहीं है !

Multiprocessor Operating System 

इस प्रकार के OS में एक ही Memory स्थान एक से ज्यादा Processors द्वारा share की जाती है ! Multiprocessor OS अधिक Computing power और speed में बहुत ज्यादा होता है ! इस प्रकार के OS के अंदर बहुत सारे Processors काम करते है !

Multiprocessor os के Advantages

– Multiprocessor होने के वजह से कार्यक्षमता बढ़ती है !

– इस प्रकार के OS में एक सेकंड में ज्यादा से ज्यादा job process करने की क्षमता होती है !

– एक task को subtask में बांटा जाता है जिससे execution जल्दी होता है !

Network Operating System 

इस प्रकार के OS server पर run होते है इसके साथ ही ऐसे OS के पास Data, users, groups, security, application इसके साथ और भी networking function को manage करने के क्षमता होती है ! एक private network में ये OS files, printers, security जैसे functions को shared access allow करती है !

इस system के network में मौजूद सभी users को एक दूसरे के configuration की जानकारी होती है ! पहले के समय में computer usage और network usage के लिए Microsoft तथा apple जैसे operating system का निर्माण नहीं हुआ था लेकिन समय के सतह इन प्रकार के OS के भी निर्माण होने लगा !

Network Operating System के Advantages

– इस Operating System के पास एक Highly Centralized Servers होते है !

– Security से जुडी सारी जिम्मेदारियां servers के पास होती है !

– नए hardware और technologies को upgrade करना आसान होता है !

– इसके Servers को हम कही से भी access क्र सकतें है !

Network Operating System के Disadvantages 
– servers काफी महंगे होते है !
– user को ज्यादा तर operation के लिए central location पर निर्भर रहना पड़ता है !
– ऐसे system को regular basis पर maintanace और upgradation की जरुरत होती है !

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