काँच हमारे जीवन का एक मुख्य भाग बन चूका है जिसे हम अपने से दूर नहीं कर सकते हैं, काँच का इस्तेमाल हम अलग अलग अलग चीज़ों को बनाने के लिए करते हैं जैसे की सीसा, गाडी, घर, खिड़की, और बिल्डिंग में भी कांच का इस्तेमाल किया जाता है इसके आलावा भी हम कई जगहों पर काँच का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आप जानतें हैं की कांच कैसे बनता है (Kanch Kaise Banta Hai) अगर नहीं जानतें तो इस आर्टिकल में आप यह जान जाओगे की काँच कैसे बनता है.
प्लास्टिक के निर्माण होने से पहले काँच ही एक ऐसा पदार्थ था जिसे हम मन चाहे आकार में परिवर्तित कर सकते थें काँच का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक सामानों को बनाने के लिए भी किया जाता है जैसे की मोबाइल और कंप्यूटर की स्क्रीन। तो चलिए जान लेते हैं की काँच या ग्लास कैसे बनता है.
काँच कैसे बनता है? (Kanch Kaise Banta Hai)
यह जानने से पहले की काँच कैसे बनता है आपके के लिए यह जानना जरुरी है की काँच या ग्लास (Glass) दो प्रकार के होते हैं पहला है सामान्य ग्लास और दूसरा है ख़ास उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ग्लास.
सामान्य काँच का इस्तेमाल घरों में किया जाता है जैसे की काँच के बर्तन और ख़ास उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ग्लास से बुलेट प्रूफ ग्लास को बनाया जाता है, अब क्यूंकि 90% चीज़ें सामान्य काँच से ही बनाया जाता है इसलिए हम जानेंगे की सामान्य काँच कैसे बनता है.
काँच का निर्माण रेत से किया जाता है, रेत में मौजूद सिलिका का इस्तेमाल करके ही काँच को बनाया जाता है. लेकिन काँच को बनाने के लिए सामान्य रेत का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, इसे बनाने के लिए ऐसे रेत का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे 99% सिलिका मौजूद होता है.

काँच को बनाने की विधि को निचे बताया गया है.
1. मिक्सिंग (Mixing) : सबसे पहले 75% रेत, 15% सोडा ऐश, और 10% लाइम को आपस में मिलाया जाता है, जिससे एक मिक्सचर तैयार हो जाता है. उसके बाद इस मिक्सचर में पुराने काँच के टुकड़ों को भी मिलाया जाता है.
2. मेल्टिंग (Melting) : जब मिक्सचर बन कर तैयार हो जाता है उसके बाद इसे भट्टी में पिघलाया जाता है, भट्टी के अंदर का तापमान करीब 800-1000 डिग्री सेल्सियस तक होता है.
3. कोल्डिंग (Colding) : जब मिक्सचर को पिघला कर भट्टी में से बाहर निकाला जाता है तो वह तरल रूप में रहता है उसके बाद उसे किसी सांचे पर रखकर ठंडा कर दिया जाता है.
4. काँच (Real Glass) : जब पिघले हुए तरल को ठंडा किया जाता है उसके बाद यह असल काँच के रूप में आने लगता है और इसे जरुरत के हिसाब से किसी भी सांचे में रखकर किसी भी आकार का बनाया जा सकता है. इसी अंतिम चरण में हमें Real काँच मिलता है जिसका इस्तेमाल हम रोज़ाना अपने जीवन में करते हैं.
हमें आशा है की यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपके सवाल काँच कैसे बनता है (Kanch Kaise Banta Hai) इसका जवाब आपको मिल गया होगा, अगर आप स्टूडेंट हैं या फिर किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको यह जानना जरुरी है की काँच कैसे बनता है (Glass Kaise Banta Hai).अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें, आप अपने विचार तथा सुझाव निचे कमेंट में लिखकर हमें बता सकते हो.

विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.
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