Last updated on July 14th, 2021 at 09:37 pm
दोस्तों क्या आप हिंदी वर्णमाला के शब्दों के बारे में जानना चाहते हैं अगर हाँ तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें क्यूंकि इस पोस्ट में मैंने वर्णमाला (Hindi Alphabets) के सभी शब्दों के प्रकार जैसे की स्वर (Swar) और व्यंजन (Vyanjan) दोनों को ही अच्छी तरह से बताया है – Hindi Varnamala Picture, Chart, Worksheet.
बिना वर्णमाला के हिंदी के सभी शब्दों का निर्माण ही नहीं हुआ होता इसलिए इसे हिंदी व्याकरण की आत्मा कहा जाता है. जो स्थान इंग्लिश में Alphabets का है वही स्थान हिंदी में वर्णमाला का है.
हिंदी भाषा वैसे तो सिर्फ भारत में ही बोली जाती है लेकिन फिर यह दुनिया की चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. तो चलिए अब हम हिंदी के वर्णमाला के बारे में जानते हैं – Alphabets in Hindi.
वर्णमाला क्या है? – Hindi Varnamala Picture, Chart, Worksheet
हिंदी के वर्णों को व्यवस्थित समूह में रखने को ही वर्णमाला कहा जाता है. वैसे तो हिंदी में उच्चारण के आधार पर 45 वर्ण हैं लेकिन लेखन के आधार पर देखा जाए तो कुल 52 वर्ण हैं.

वर्णमाला दो शब्दों से मिलकर बना है वर्ण + माला जिसमे वर्ण का अर्थ होता है हिंदी Alphabet और माला का अर्थ होता है हिंदी Alphabet का समूह.
अगर बात करें वर्णमाला के प्रकार की तो वर्णमाला दो प्रकार के होते हैं स्वर और व्यंजन.

स्वर – Swar
ऐसे वर्ण जिन्हे बोलने के लिए दूसरे वर्णों की आवश्यकता नहीं होती उसे स्वर कहा जाता है. स्वर वाले वर्णों को बोलते समय हमारी सांस कंठ और तालु से बिना रुके हुए निकलती है.
उच्चारण के आधार पर :
अ, आ , ई ,ई ,उ ,ऊ ,ए ,ऐ ,ओ ,औ
लेखन के आधार पर :
अ , आ ,इ ,ई ,उ ,ऊ ,ए , ऐ ,ओ ,औ ,अं, ऋ
हिंदी वर्णमाला में उच्चारण के आधार पर स्वर के 3 प्रकार हैं.
स्वर के प्रकार – ह्रस्व स्वर, दीर्घ स्वर, प्लुत स्वर
ह्रस्व स्वर : जिन स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है उसे ह्रस्व स्वर कहते हैं जैसे की अ, इ, उ इत्यादि.
दीर्घ स्वर : जिन स्वरों को बिलने में “ह्रस्व स्वर” के मुकाबले अधिक समय लगता है उसे दीर्घ स्वर कहते हैं जैसे की आ, ई, ऊ इत्यादि.
प्लुत स्वर : जिन स्वरों के उच्चारण में सबसे अधिक समय लगता है उसे प्लुत स्वर कहते हैं जैसे की राऽऽम.
व्यंजन – Vyanjan
ऐसे वर्ण जिन्हे बोलने के लिए स्वरों का इस्तेमाल किया जाता है उसी व्यंजन कहते हैं. व्यंजन का उच्चारण करते समय हमारी साँस कण्ठ और तालु से रुककर निकलती है. हिंदी व्याकरण में कुल 35 व्यंजन होते हैं.
क ,ख ,ग ,घ ,ङ, च ,छ ,ज ,झ ,ञ ट , ठ , ड , ढ , ण त , थ , द , ध , न, प , फ , ब , भ , म, य , र , ल , व्, श , ष , स , ह
व्यंजन के 3 प्रकार हैं
व्यंजन के प्रकार : अन्तस्थ व्यंजन, उष्म व्यंजन, स्पर्श व्यंजन
अन्तस्थ व्यंजन : अन्तस्थ व्यंजन चार प्रकार के हैं य , र , ल , व्.
उष्म व्यंजन : जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय मुख से घर्षण करते हुए तेज़ी से बाहर निकलती है उसे उष्म व्यंजन कहते हैं जैसे की श, ष, स, ह.
स्पर्श व्यंजन : जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय हमारे मुख के किसी विशेष स्थान को छूते हुए जब हवा बाहर निकलती है तो उसे स्पर्श व्यंजन कहते हैं. जैसे की
क ख ग घ ङ
च छ ज झ ञ
ट ठ ड ढ ण
त थ द ध न
प फ ब भ म
वर्णमाला देवनागरी लिपि में लिखी गयी है इसी के साथ ही नेपाली, कोंकणी, मराठी, और संस्कृत जैसी भाषाएँ भी देवनागरी लिपि में लिखी गयी हैं.
अब हिंदी वर्णमाला में ॠ , ऌ , ॡ , ळ इनका प्रयोग नहीं किया जाता है.
इस पोस्ट में आपने हिंदी वर्णमाला के बारे में अच्छी तरह से समझा होगा. हिंदी वर्णमाला के बारे में आपको जानकारी होना काफी जरुरी है क्यूंकि इसपर परीक्षा में कई प्रश्न पूछे जाते हैं – Hindi Varnamala Picture, Chart, Worksheet.
इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप स्वर और व्यंजन के बारे में भी अच्छी तरह से समझ गए होंगे.

विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.