Last updated on June 19th, 2021 at 07:22 pm
हमारी प्यारी पृथ्वी पर ऐसे कई प्राकृतिक सौंदर्य मौजूद हैं जो की हमे आश्चर्यचकित कर देते हैं, लेकिन हमारे पृथ्वी पर इंसानों ने भी ऐसे कई चीज़ों को बनाया है जिसे देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा, और इन्ही चीज़ों में से हमने दुनिया के सात ऐसे संरचना को चुना है जो की अन्य से काफी अलग और पुराना है. तो आज आप ऐसे ही दुनिया के 7 अजूबो (Duniya Ke Saat Ajoobe Kaun se Hai) के बारे में जानोगे जो की देखने में काफी अद्भुत लगता है.
दुनिया के सात अजूबों को कैसे चुना गया? – Duniya Ke Saat Ajoobe in Hindi
दोस्तों वैसे तो दुनिया में कई सारे ऐसी संरचना और चीज़ें मौजूद हैं जो की काफी आकर्षक और खूबसूरत हैं लेकिन कैसे दुनिया के 7 अजूबों को चुना गया था चलिए जानतें हैं.
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सबसे पहले साल 1999 में लोगों के मन में दुनिया के अजूबे चुनने का विचार आया था और इसीलिए 7 Wonders of World Foundation नाम से एक संस्था की स्थापना किया गया और दुनिया भर के 10 करोड़ लोगों से इंटरनेट और मोबाइल के जरिये वोटिंग कराया गया. वोटिंग के लिए दुनिया भर के 200 ऐतिहासिक चीज़ें और धरोहर को शामिल किया गया था.
यह वोटिंग साल 2007 तक चला था और अंत में दुनिया भर के 10 करोड़ लोगों द्वारा चुने गए दुनिया के सात अजूबों का लिस्ट बनाया गया जिसमे ताज महल, कोलोसियम, चीन की महान दीवार, चिचेन इत्ज़ा, पेट्रा, क्राइस्ट रीड्रीमर, और माचू पिच्चू शामिल है.
दुनिया के 7 अजूबे फोटो के साथ – Duniya Ke Saat Ajoobe Ke Naam
इस समय दुनिया में कुल सात अजूबे मौजूद हैं
- ताज महल
- कोलोसियम
- चीन की दीवार
- चिचेन इत्ज़ा
- पेट्रा
- क्राइस्ट रीड्रीमर
- माचू पिच्चू
तो चलिए इनके बारे में विस्तार से जानतें हैं.
ताज महल – भारत
ताज महल (Taj Mahal) का निर्माण आज से 400 वर्ष पहले मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने करवाया था, उन्होंने ताज महल का निर्माण उनकी पत्नी मुमताज के याद में करवाया था. ताज महल अपने संरचना और सुंदरता के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है, इसे प्यार का प्रतीक माना जाता है.

ताज महल भारत के दिल्ली राज्य में मौजूद है इसे बनाने में 20 साल का समय और 20,000 मजदूरों की मेहनत लगी थी, ताज महल का निर्माण पूर्ण रूप से संगमरमर से किया गया है जिससे इसकी खूबसूरती और बढ़ जाती है.
क्या आप यह जानतें हैं की शाहजहाँ ने एक और दूसरा ताजमहल बनाने की कोशिश की थी जो की काले संगमरमर से बनने वाला था लेकिन उनके बेटे से युद्ध के वजह से दुसरा ताज महल नहीं बन पाया.
कोलोजियम – इटली
कोलोजियम (Colosseum) एक स्टेडियम है इसे आप आखाड़ा भी कह सकते हो जो की इटली के रोम में स्थित है, इसका निर्माण कार्य 70 ईसवी में शुरू किया गया था और 80 ईसवी में इसका निर्माण कार्य पूरा हो गया था. इसका इस्तेमाल खेल कूद, सांस्कृतिक कार्यकम, और जानवरों के लड़ाई के लिए किया जाता था.

कोलोजियम दुनिया का सबसे बड़ा अखाड़ा है इसमें एक साथ 80,000 लोग बैठ सकते हैं, आज के समय में यह एक टूरिस्ट आकर्षण बन गया है हर साल दुनिया के सभी कोने से इसकी विशालता देखने के लिए लाखों लोग आते हैं. इसका निर्माण रेट और कंक्रीट से किया गया था.
माचू पिच्चू – पेरू
माचू पिच्चू (Machu Picchu) दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में स्थित है यह समुद्र सतह से करीब 7000 फ़ीट ऊपर मौजूद है, यह दुनिया की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली पर्यटक स्थलों में से एक है. इसका निर्माण 1450 ईसवी में इनकन सभ्यता द्वारा किया गया था और बाद में स्पेन ने इसपर कब्जा कर लिया था.

समुद्र सतह से इसकी ऊंचाई करीब 2430 मीटर है जो की एक पर्वत पर मौजूद है, लोग यह सोच कर चौक जातें हैं की इतनी ऊंचाई पर उस समय लोग कैसे रहते थें. साल 1911 में अमेरिका के इतिहासकार हिरम बिंघम ने माचू पिच्चू को खोजा था और तब तक माचू पिच्चू के बारे में किसी को भी मालूम नहीं था.
क्राइस्ट रीड्रीमर – ब्राज़ील
क्राइस्ट रीड्रीमर (Christ Redeemer) ब्राज़ील में मौजूद है यह जीसस क्राइस्ट का स्टेचू है, फ्रेंच मूर्तिकार पॉल लैंडोव्स्की ने इसका डिज़ाइन बनाया था और ब्राज़ीलियन इंजीनियर हैटर डा सिल्वा कोस्टा तथा फ्रेंच इंजीनियर अल्बर्ट काकोट ने मिलकर क्राइस्ट रीड्रीमर स्टेचू का निर्माण किया था.

रोमानियन मूर्तिकार गेओर्गे लिओनिडा ने क्राइस्ट रीड्रीमर स्टेचू के चेहरे को डिज़ाइन किया था, इस स्टेचू का निर्माण कार्य साल 1922 में शुरू किया गया था और साल 1931 में इसका निर्माण कार्य ख़तम हो गया था. यह स्टेचू 38 मीटर ऊंचा है.
चिचेन इत्ज़ा – मेक्सिको
चिचेन इत्ज़ा (Chichen Itza) एक पुरातत्व स्थल है जो की मेक्सिको देश में मौजूद है, यह करीब 79 फ़ीट ऊँचा है और करीब 5 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है. इसका निर्माण 600 ईशा पूर्व मायन सभ्यता ने किया था, चिचेन इत्ज़ा चारो तरफ से सीढ़ियों से घिरा हुआ है और हर दिशा में 91 सीढियाँ है अर्थात कुल मिला के 365 सीढियाँ मौजूद है जो की एक साल के 365 दिनों को दर्शाता है.

मेक्सिको के किसी भी पुरातत्व में सबसे अधिक प्रसिद्ध यही है और यहाँ हर साल लाखों पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं.
चीन की महान दिवार – चीन
चीन की दिवार (Great Wall of China) दुनिया की सबसे अद्भुत चीज़ों में से एक है, इसकी लम्बाई करीब 6400 किलोमीटर है इसका निर्माण कार्य 7 वी शताब्दी से शुरू हुआ था और 16 वी शताब्दी तक इसका निर्माण कार्य ख़तम हुआ था. इसका निर्माण चीन के कई राज्यों के अलग अलग शाशकों ने मिलकर किया था (The Great Wall of China).

चीन की महान दिवार पूर्वी चीन से लेकर पश्चिमी चीन तक फैली हुई है, इसकी लम्बाई इतनी अधिक है की इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है. यह करीब 35 फ़ीट ऊंचा है और इतिहासकारों का यह मानना है की इसे बनाने में करीब 30 लाख लोगों ने अपना योगदान दिया था.
पेट्रा – जॉर्डन
पेट्रा (Petra) एक ऐतिहासिक धरोहर है जो की दक्षिणी जॉर्डन में मौजूद है, पेट्रा एक शहर है जहाँ पत्थरों से नक्काशी की गयी कई सारी इमारतें मौजूद हैं. ऐसा माना जाता है की पेट्रा के आसपास इलाकों में 7000 ईसा पूर्व पहले से ही लोग यहाँ बसे हुए हैं. साल 1812 में पेट्रा को जोहन लुडविग बुरकहार्डट ने खोजा था तब तक यह स्थान दुनिया से अनजान था.

पेट्रा को गुलाब शहर भी कहा जाता है ऐसा इसलिए क्यूंकि जिन पत्थरों से इसका नक्काशी किया गया है वह पत्थर दिखने में गुलाबी कलर के होते हैं.
हमें आशा है की यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको आपके सवाल दुनिया के सात अजूबे कौनसे हैं? (Duniya Ke Saat Ajoobe Kaunse Hai) इसका जवाब मिल गया होगा, तो अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे आप अपने दोस्तों को भी शेयर करें जिससे उन्हें भी दुनिया के सात अजूबों के बारे में मालूम हो जाए.
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विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.
Nice
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